जिलाधिकारी विनोद सुमन की सराहनीय पहल,बढती वाहन दुर्घटनाओं को रोकने के प्रयत्न शुरू करने के दिए निर्देश

उत्तराखण्ड

नैनीताल- त्यौहारो को देखते हुये दुर्घटनाओं के बढने की आशंका है। त्याहारो के सीजन मे वाहनो का दबाव दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है। नवम्बर के महीने में विभिन्न प्रकार के त्यौहार सम्पन्न होंगे ऐसे में वाहन दुर्घटनो को रोकने के लिए चैकिंग की गति भी बढ़ानी पडेगी ताकि जनपद में सडक दुर्घटनाओं मे वृद्वि ना हो सके। यह निर्देश जिलाधिकारी श्री विनोद कुमार सुमन द्वारा कलेक्टेट सभागार मे आयोजित सडक सुरक्षा समिति की बैठक मे अधिकारियो को दिये। उन्होने कहा कि त्यौहार में मदिरा पान कर ड्राइविंग की प्रवृत्ति भी बड जाती है, तथा बाईक चलाने वाले लोग भी मोबाइल पर बात करते हुये कार व बाईक ड्राइव करते है। ऐसे लोगो के विशेष चैकिग अभियान के दौरान वाहन सीज किये जाएं तथा नियमानुसार आर्थिक दण्ड भी लगाया जाए इसके अलावा प्रतिबंधित क्षेत्रों एवं गैर पार्किग क्षेत्रोे में पार्क किये जाने वाहनों को भी तत्काल प्रभाव से सीज किया जाए, ताकि त्यौहार के दौरान खरीददारी करने वाले लोगो को असुविधा ना हो और यातायात बाधित ना हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि कई बार कहने और लिखित आदेशो के बाद भी परिवहन निगम की बसों के चालक अन्धाधुन्ध गति से पर्वतीय क्षेत्रों में बसो का संचालन कर रहे है। उन्होने एआरटीओ डा0 गुरूदेव सिह को निर्देश दिये कि ऐसे वाहन चालकों के लाईसेन्स निरस्त किये जाए। उन्होने क्षेत्रीय प्रबन्धक परिवहन निगम को निेर्देश दिये कि वह कि ऐसे वाहन चालको पर लगाम लगाये अन्यथा उनके विरूद्व प्रशासनिक कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि त्यौहार का सीजन पीक पर है ऐसे में व्यापारियों एवं कारोबारियो द्वारा अपना सामान सडक पर या फुटपाथ पर फैला रखा है जिससे बाजारों मे चलने मे लोगो को असुविधा हो रही है। उन्होने सम्बन्धित नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों के साथ ही पुलिस महकमे को निर्देशित किया कि 1 नवम्बर से इस प्रकार के अतिक्रमण को तत्काल हटाना सुनिश्चित करें, ताकि खरीददारो को सहुलियत मिल सके।

श्री सुमन ने कहा जनपद में दुर्घटनाओ को रोकने के लिए सडक सुरक्षा के उपायो को और अधिक कारगर तरीके से लागू करना होगा इसके साथ ही दोपहियां वाहनों मे पीछे की सवारी को भी हेलमेट की अनिवार्यता कर दी गयी है। जीवन सुरक्षा के लिए हैलमेट महत्वपूर्ण है जिसके लिए हैलमेट के प्रयोग के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ ही हैलमेट का प्रयोग ना करने वाले लोगो का चालान किया जाना जरूरी है। संवदेनशील मार्गो पर वाहनो की विशेष चैकिंग की जाए तथा सुनिश्चित किया जाए कि वाहनों मे किसी भी प्रकार की ओवरलोडिंग ना हो वाहन चालक नशे मे ना हो, दुर्घटनाओं को रोकने के लिए परिवहन विभाग को प्रर्वतन कार्य में और अधिक तेजी लानी होगी।

श्री सुमन ने कहा वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने के अलावा ईयर फोन का इस्तेमाल करने वाले लोगो के ड्राइविंग लाइसैन्स निरस्त किये जांए, तथा वैधानिक कार्यवाही भी अमल मे लाई जायेगी। उन्होने कहा कि बिना बेल्ट के वाहन चलाना, शराब पीकर वाहन चलाना, ईयरफोन लगाकर वाहन चलाना तथा वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने से वाहन दुर्घटनाओं मे आशातीत वृद्वि हुई है इस प्रकार का कृत्य एक फैशन बनता जा रहा है जिस पर सख्त लगाम लगाने की जरूरत है। उन्होने परिवहन तथा पुलिस महकमे के अधिकारियो से कहा कि वे ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही अमल मे लायें तथा उनका मौेके पर ही ड्राइविंग लाईसेन्स निरस्त कर दिये जाए।
जिलाधिकारी श्री सुमन ने कहा कि ऐसा संज्ञान मे आया है कि नो पार्किग जोन गलियों, सार्वजनिक स्थानों पर काफी लम्बे अर्सो से लोग वाहन खडे करके नदारद है। इससे यातायात प्रभावित रहता है और दुर्घटनायें होती है। जिलाधिकारी ने कहा कि दुर्घटनाओं में बेतरतीब लगे होर्डिग्स और फ्लैक्सी तथा अनाधिकृत तरीके से कब्जा किये हुये फुटपाथ एक बहुत बडा कारण है। उन्होने कहा दुर्घटनाओ को रोकने के तत्काल अभियान चलाकर सारे फुटपाथ खाली कराये तथा अनाधिकृत लम्बे समय से पार्क किये हुये वाहन हटाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
श्री सुमन ने कहा कि जब कोई बडी सडक दुर्घटना हो जाती है तो लोग तमाशबीन बनकर तमाशा देखते है और वीडियो फिल्म बनाते है जो कि मानवीय दृष्टिकोण से उचित नही है। अतः हमें चाहिए कि हम घायलो को तत्काल नजदीक के अस्पताल मे पहुचायें। उन्होने उपजिलाधिकारियो को निर्देश दिये कि वह अपने क्षेत्र मे राजकीय एंव निजी चिकित्सालयो की बैठक कर यह जानकारी दें कि दुर्घटना मे घायल लोगो का पूरे मनोयोग से ईलाज करें तथा उसका जीवन बचाने का भरसक प्रयास करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के सडको में जहां-जहां दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र है उन्हे चिन्हित करे तथा उन जगहों पर क्रैश बैरियर, साईनेज, स्पीड ब्रेकर, रिफ्लेक्टर स्टीकर आदि लगाना सुनिश्चित करें ताकि दुर्घटनाओं पर लगाम लग सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि सडकों पर दुकानदारों द्वारा भवन सामग्री रखे जाने को कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होने कहा कि इससे जहां दुर्घटनायें होती है वही जाम की स्थित पैदा होती है। उन्होने कहा सडक किनारे निर्माण सामग्री पायी जाती है तो अर्थदण्ड के साथ ही वैधानिक कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होने कहा सडक सुरक्षा का प्रचार प्रसार सिनेमाघरों, केबिल टीवी एवं स्कूलों में सेमिनार लगाकर इसकी जानकारियां दी जाएं ताकि अधिक से अधिक लोग वाहन चलाते समय ट्रैफिक के नियमों की जानकारी ले और जिससे दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके। श्री सुमन ने निर्देश दिये कि वाहनो की गति पर लगाम लगाने के लिए स्कूल, अस्पताल, हाटबाजार आदि आवश्यक स्थानों मे स्पीड बे्रकर बनाने के निर्देश दिये ताकि दुर्घटनाओ से बचा जा सके। उन्होने कहा दुपहिया वाहन चलाते समय हैलमेट अनिवार्य रूप से पहनना सुनिश्चित कराया जाए, बिना हैलमेट वाहन चलाने वाले के खिलाफ चालान के साथ ही दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। बैठक में सहायक परिवहन अधिकारी डा0 गुरूदेव सिह ने बताया कि मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 163 के अन्तर्गत तोषण योजना के अन्तर्गत इंश्योरैन्स कम्पनी से मृतका अल्का भोला के पिता ओम प्रकाश भोला निवासी हल्द्वानी, मृतका कलावती के पुत्र सिकन्दर सिह निवासी बैलपडाव, मृतक पूरनचन्द्र के पुत्र प्रकाश चन्द्र निवासी कोटाबाग,मृतक अर्जुन तिवारी के पिता घनश्याम तिवारी कालाढूगी को 25-25 हजार रूपये की मुआवजा राशि स्वीकृत की गई है।

बैठक मे सुंयुक्त मजिस्टेट अभिषेक रूहेला, सहायक परिवहन अधिकारी डा0 गुरूदेव सिह, विमल पाण्डे, अपर पुलिस अधीक्षक हरीश चन्द्र सती, अधि अभि महेन्द्र सिह नेगी, सतीश चन्द्र आर्य, सहायक अभियन्त बीसी भण्डारी,डीसी काण्डपाल, परिवहन निगम के वरिष्ठ सहायक इन्द्रा भटट, सहायक नगर आयुक्त बृजेन्द्र सिह चैहान अधिशासी अधिकारी मनोज दास, राजू नबियाल, जिला आबकारी अधिकारी पवन सिह, अग्निशमन अधिकारी कैलाश चन्द्र, जगदीश कुमार आदि मौजूद थे।

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