प्रमोद वाल्सल्य सहित यूकेडी नेताओं के खिलाफ की शिकायत
देहरादून। विजय वाल्सल्य की मौत के मामले को अब राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जाने लगी है। जिस मामले में मुकदमा दर्ज कर पुलिस द्वारा जांच की जा रही है उसमें आरोप-प्रत्यारोप कर बदनाम करने की साजिश की जा रही है। ये शिकायत किशनपुर, राजपुर रोड, देहरादून निवासी नेहा शर्मा ने। उन्होने उत्तराखंड राज्य महिला आयोग को शिकायत करते हुए बताया कि प्रमोद कुमार वात्सल्य द्वारा अपने सहयोगीगणो जिनमे की मुख्यत: राम कुमार अत्रि, सुलोचना इष्टवाल शिव प्रसाद सेमवाल प्रवक्ता उत्तराखंड क्रांति दल आदि व राम कुमार अत्रि जो की पूरे प्रकरण में प्रमोद कुमार वात्सल्य के प्रवक्ता के रूप में अनर्गल बयान बाजी करके झूठी खबरों को लाइव प्रसारित कर के उनकी सामाजिक छवि व प्रतिष्ठा को धूमिल किया जा रहा है। शिकायत में नेहा शर्मा ने कहा कि प्रमोद कुमार वात्सल्य द्वारा मामले में जांच चल रही है उसके बावजूद अपने अनैतिक हित साधने हेतु आए दिन कोई न कोई प्रेस कांफ्रेंस करके दबाव बनाया जा रहा है और दिनांक 22.02.2023 प्रमोद कुमार वात्सल्य के द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रेस कांफ्रेंस में बे बुनियाद आरोप लगाए गए। इस प्रेस वार्ता की एक बाइट यू-ट्यूब चैनल पर कुछ घंटों के लिए चलाई गई और उसके बाद हटा दी गई जो कि प्रमोद कुमार वाल्सल्य के दावों की सत्यता पर संदेह पैदा करता है। नेहा शर्मा ने कहा कि इस मामले को कुछ राजनीतिक दलों की और से बे वजह तूल देकर उनकी छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है, इस घटना को मीडिया ट्रायल में बदल दिया हैं जबकी पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर और वास्तविक लाने का प्रयास कर रही है। यह की प्रमोद कुमार वात्सल्य के द्वारा सुनियोजित षड्यंत्र के तहत ही पहले दिन से ही कहीं भी किसी भी प्रेस कॉन्फ्रेंस या किसी भी सार्वजनिक उपस्थिति के दौरान यह नहीं कहा है कि जब उसके बेटे को मैक्स अस्पताल ले जाया गया था तो मामला रोड रेज का होने के कारण हस्पताल प्रबंधन द्वारा मेडिको लीगल केस नंबर 3951 वर्ष 2022 दर्ज किया गया था क्योकि उसके बेटे को संबंधित डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया था। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था जहा पर प्रमोद कुमार वात्सल्य स्वयं कोरोनेशन अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान मौजूद था। नेहा शर्मा ने शिकायत में कहा कि प्रमोद कुमार वात्सल्य द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में राम कुमार अत्रि, सुलोचना इष्टवाल व् शिव प्रसाद सेमवाल प्रवक्ता उत्तराखंड क्रांति दल व रिपोर्टर दीप मैथानी आदि द्वारा समाजिक स्तर प्रेस के सामने लाइव मीडिया पर प्रार्थनी को बदनाम किया गया जिस पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।