रुड़की। मंगलौर कोतवाली के लहबोली गांव में मंगलवार सुबह ईंट भट्टे की दीवार अचानक गिर गई। इस दौरान आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर मलबे के नीचे दब गए। अभी तक छह शव मलबे से निकाले जा चुके हैं। जबकि दो की हालत गंभीर है।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह मंगलौर कोतवाली के लहबोली गांव में ईंट भटृे की दीवार अचानक गिर गई। इस दौरान आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर मलबे के नीचे दब गए। मलबे से पांच शव बाहर निकाले जा चुके हैं। जबकि तीन की हालत गंभीर होने पर उन्हे अस्पताल पहुंचाया गया जहंा उपचार के दौरान एक अन्य मजदूर की भी मौत हो गयी है।
बताया जा रहा है कि सुबह ईंट पकाने के लिए चिमनी में ईंट भरते समय यह हादसा हुआ। मजदूर काम कर ही रहे थे कि दीवार अचानक भरभराकर गिर गई। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता दीवार के पास खड़े मजदूर मलबे में दब गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों द्वारा जेसीबी की मदद से राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। जो फिलहाल चल रहा है।
मंगलौर कोतवाली प्रभारी प्रदीप बिष्ट ने बताया कि अब तक पांच शव बाहर निकाले जा चुके हैं। जबकि तीन मजदूरों की हालत गंभीर होने पर उन्हे अस्पताल पहुंचाया गया जहंा उपचार के दौरान एक अन्य मजदूर की भी मौत हो गयी है। राहत व बचाव कार्य जारी है, स्थानीय प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। मृतकों के नाम मुकुल(28) पुत्र सुभाष ग्राम निवासी उदलहेड़ी, साबिर(20) पुत्र महबूब निवासी मिमलाना, मुजफ्फरनगर, अंकित (40) पुत्र धर्मपाल ग्राम उदलहेड़ी, बाबूराम(50) पुत्र कालूराम निवासी लहबोली, जग्गी(24) पुत्र बिस्म्बर, निवासी पिनना, मुजफ्फरनगर व एक अन्य शामिल है।
ईंट भट्ठे की दीवार गिरने के हादसे के मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रु देने के सीएम ने दिए निर्देश
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को जनपद हरिद्वार के लहबोनी, मंगलौर में ईंट भट्ठे की दीवार गिरने से वहां कार्यरत श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने इस घटना को अत्यंत हृदय विदारक बताते हुए दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान देने तथा शोकाकुल परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये एवं घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दुःख की घड़ी में हम शोक संतप्त परिजनों के साथ खड़े हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर सचिव मुख्यमंत्री द्वारा मृतक श्रमिकों के परिजनों एवं घायल श्रमिकों को प्रदान की जाने वाली धनराशि की स्वीकृति का शासनादेश भी जारी कर दिया गया है।