आपदा प्रबंधन की तैयारी की नैनीताल प्रशासन ने, 44 न्याय पंचायतों में तैनात किए अधिकारी

उत्तराखण्ड

भीमताल/नैनीताल- आपदा के दौरान बेहतर प्रबन्धन के उददेश्य से जिलाधिकारी श्री विनोद कुमार सुमन ने जनपद की 44 न्याय पंचायतों में आपदा प्रबन्धन के लिए अधिकारियो की तैनाती कर दी है। जिले भर मे तैनात किये गये अधिकारियों व कर्मचारियो का गहन प्रशिक्षण गुरूवार को विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। अपने सम्बोधन मे श्री सुमन ने कहा कि धरातल पर बेहतर कार्याे, राहत एवं बचाव कार्यो के लिए तैनात किये गये अधिकारी एवं कर्मचारी आपदा के दौरान आपसी समन्वय एवं सूझबूझ से कार्य करेंगे। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी आपदा प्रबन्धन अधिनियम के बारे में जानकारी हासिल कर लें। न्याय पंचायत स्तर पर तैनात किये गये अधिकारियो के ऊपर बहुत बडी मानवीय एवं शासकीय जिम्मेदारी है। हमारा उददेश्य होना चाहिए कि आपदा के दौरान प्रभावित लोगो को बेहतर स्वास्थ व राहत भोजन चिकित्सा सुविधा युद्व स्तर पर मिले। हमारा उददेश्य होना चाहिए कि हम आपसी तालमेल और टीम भावना से कार्य करें, और जन,धन एवं पशु हानि को रोेकने में सफल हो सके। उन्होने कहा कि न्याय पंचायत पर तैनात अधिकारी अपने क्षेत्र का भ्रमण कर आवश्यक जानकारियां जुटा लें। इसके साथ ही न्याय पंचायत स्तर पर तैनात नोडल अधिकारी तत्काल एक वाट्सएप गु्रप बनायें, इसमे स्थानीय जनप्रतिनिधियो विभिन्न विभागो के अधिकारियों, क्षेत्र मे उपलब्ध संसाधनो के व्यक्तियों, ग्राम प्रधान स्तर से लेकर उच्चस्तर तक के जनप्रतिनिधियों तथा मीडिया प्रतिनिधियो के नम्बर भी वाट्सएप ग्रुप मे शामिल करें। आपदा के समय स्थानीय लोगो का सहयोग एवं मार्ग दर्शन बहुत ही महत्वपूर्ण एवं मूल्यवान होता है।
श्री सुमन ने कहा कि आपदा के दौरान बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियो को उनके स्तर से पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र तथा विशेष चरित्र प्रवृष्टि दी जायेगी। इसके विपरीत आपदा काल में कार्यो मे उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों, कर्मचारियो के खिलाफ अधिनियम की विभिन्न धाराओं मे सजा एवं आर्थिक दण्ड भी दिया जायेगा। उन्होने कहा कि वर्षाकाल प्रारम्भ होने जा रहा है। इस दौरान आपदा की घटनाओं से इनकार नही किया जा सकता। उन्होने कहा कि आपदा ड्यूटी मे लगाये गये लोगो के साथ ही जिलेभर के सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियो के 15 सितम्बर तक सभी प्रकार के अवकाश तत्काल प्रभाव से रद्द किये जाते हैं, विशेष परिस्थितियों मे अवकाश उनके द्वारा स्वीकृत किये जायेगे, लिहाजा बिना अवकाश स्वीकृत किये कोई भी अपने तैनाती स्थल से अन्यत्र ना जाये।
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बीएल फिरमाल ने आपदा प्रबन्धन अधिनियम की विभिन्न धाराओं एवं व्यवस्थाओं के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी शैलेश कुमार द्वारा आपदा के दौरान क्या करें क्या ना करे और कैसे करें विषय पर आधारित प्रचार साहित्य नामित अधिकारियो का उपलब्ध कराई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रकाश चन्द्र, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी,मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिह, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत हिमाली जोशी,जिला अर्थ संख्याधिकारी ललित मोहन जोशी, जिला युवा कल्याण अधिकारी दीप्ति जोशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुरेखा विष्ट के अलावा बडी संख्या मे अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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