नैनीताल- आगामी 10 अगस्त को मनाये जाने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को एलबेंडा जोल टेबलेट खिलाने हेतु सभी तैयारियाॅ समय से पूरी करनी सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने जिला कार्यालय सभागार में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारी सम्बंन्धी बैठक लेते हुए चिकित्सा तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिये।
जिलाधिकारी ने अर्द्ध सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में अलबैण्डा जोल टेबलेट इसी माह के अन्त तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने हल्द्वानी शहर के विद्यालयों में दवाई वितरण का कार्य चिकित्सा विभाग को तथा अन्य सभी क्षेत्रों के विद्यालयों में दवाई वितरण का कार्य शिक्षा विभाग को करने के निर्देश दिये। उन्होंने ब्लाॅक स्तर पर शिक्षा तथा आंगबाड़ी कार्यकर्तियों के साथ बैठक करने तथा दवाई से होने वाले लाभों के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने दवाई वितरण की निगरानी करने के निर्देश उप जिलाधिकारियों को दिये। जिलाधिकारी ने बच्चों को खाली पेट दवा न खिलाने तथा एक से दो वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को आधी टेबलेट पीस कर खिलाने के निर्देश दिये। उन्होंने मध्यान्ह भोजन योजना वाले तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भोजन कराने के पश्चात दवाई खिलाने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी भारती राणा ने बताया कि सभी सरकारी, गैर सरकारी, सहायता प्राप्त विद्यालयों एवं आगनबाड़ी केन्द्रों में 1 से 19 वर्ष के आयु के बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा एलबैन्डाजोल की गोली खिलाई जायेगी। गैर पंजीकृत तथा स्कूल न जाने वाले बच्चों को आशा कार्यकत्रियों द्वारा नजदीकी आगनबाड़ी केन्द्र पर लेकर जायेंगी तथा आगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा यह दवा खिलाई जायेगी। उन्होंने बताया कि 10 अगस्त को कोई बच्चा किसी कारणवश दवा लेने से वंचित रह जाता है तो उसे दवा खिलाने का कार्य आगामी 17 अगस्त 2018 को (माॅप अप दिवस) को किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कृमि संक्रमण के कारण बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, शारीरिक एवं मानसिक विकास के अवरोध उत्पन्न होता है और उनकी कार्यक्षमता में कमी आती है। कृमि नियंत्रण की दवा खिलाने से खून की कमी में सुधार व पोषण का स्तर बेहतर होता है। कृमि संक्रमण के कारण प्रायः बच्चों में पेट दर्द, उल्टी, दस्त तथा वजन कम होने के लक्षण भी दिखाई देते हैं। उन्होंने बताया कि एलबैन्डाजोल कृमि नियंत्रण हेतु बच्चों और वयस्क दोनों के लिए एक सुरक्षित दवा है इसका उपयोग दुनिया भर में करोड़ो लोगों द्वारा कृमि संक्रमण का इलाज करने के लिये किया जाता है।