नैनीताल से उत्तराखंड को मिली विश्व पटल पर मिली विशिष्ट पहचान : राज्यपाल

उत्तराखण्ड

नैनीताल –  प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती बैबी रानी मौर्या मंगलवार को अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार नैनीताल प्रवास पर पहुॅची। राजभवन पहुॅचने पर कुमाऊॅ कमिश्नर राजीव रौतेला, आईजी पूरन सिंह रावत, कुलपति डीके नौरियाल, जीएम कुमविनि धीरज गब्र्याल, त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, सचिव राज्यपाल आके सुधांसु  , गोल्फ कैप्टन कर्नल हरीश शाह सहित अन्य अधिकारियों द्वारा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया तथा पुलिस विभाग की गार्द द्वारा सलामी दी गयी।
श्रीमति मौर्या ने कहा कि उनके लिए नैनीताल शहर नया नहीं है। देवभूति उत्तराखण्ड से दिली लगाव है तथा वर्ष 1970 से लगातार नैनीताल आती रहीं है। उन्होंने कहा कि नैनीताल उत्तराखण्ड का दिल है और नैनीताल के कारण विश्व पटल पर उत्तराखण्ड की विशिष्ट पहचान है। उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा नैनीताल में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि नैनीताल शहर, आस पास के गाॅवों तथा पर्यटन स्थलों को और अधिक विकसित हों तथा यहाॅ के माॅ नयना देवी मन्दिर सहित क्षेत्र के सभी ऐतिहासिक मन्दिरों के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन समय की मांग है तथा जनहित में कुछ नवाचारी कार्य होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है, जनप्रतिनिधि (सरकार) जनता के हित में कार्य करने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि जापानी कम्पनी व आईआईटी रूड़की के वैज्ञानिकों द्वारा क्षेत्र का अध्ययन करते हुए कुछ सुझाव दिये हैं। उन्होंने कहा कि नैनीताल सहित राज्य का चहुमुखी विकास हो, क्षेत्रवासियों को उत्पन्न हुई समस्याओं से तत्काल राहत मिले और पर्यटन को बढ़ावा मिले। उन्होंने कहा कि पोलीथीन से पर्यावरण को नुकसान होने के कारण पौलीथीन पूरी तरह से बैन रहे।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में प्राप्त जिम्मेदारियों एवं दायित्वों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करते हुए देवभूमि के विकास के लिए सदैव तत्परता से कार्य करती  रहेंगी। इसके अतिरिक्त महामहिम राज्यपाल को आयुक्त कुमाऊॅ कमिश्नर राजीव रौतेला नेे मण्डल में संचालित विभिन्न कार्यों की तथा आईजी पूरन सिंह रावत ने कानून एवं शान्ति व्यवस्था के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने आईजी पूरन सिंह रावत को कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखने तथा वांछित अपराधिकयों को पकड़ने के लिए ठोस कार्य योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये।

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