लखनऊ/उरई (उत्तर भारत)- चार दशकों से अधिक समय से उप्र की राजनीति मे सक्रिय रहने वाले सर्वप्रिय राजनेता रामशरण जाटव मस्तिष्क पक्षाघात (फालिज)का अटैक के चलते अस्वस्थ हो गए हैं। श्री जाटव राजनीतिक क्षेत्र में बेहद मिलनसार, मृदुभाषी एवं सर्वसुलभ राजनेता माने जाते रहे हैं।अचानक अस्वस्थ हो जाने पर उनके शुभचिंतक चिन्तित हो उठे हैं। खबर मिलते ही उरई स्थित उनके आवास पर समूचे क्षेत्र से लोगों का पहुचना शुरू हो गया है। सभी उनके शीघ स्वस्थ होने की कामना कर रहे है। आगामी 27 जनवरी को जनपद जालौन के ग्राम धन्जा मे आयोजित होने वाले जाटव विकास महासभा के महाधिवेशन को तत्काल प्रभाव से स्धगित कर दिया गया है। इस आशय का निर्णय बलराम जाटव की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में लिया गया। बैठक में महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामशरण जाटव के शीघ स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई।बैठक में प्रमुख रूप से माता प्रसाद अनुरागी, विशम्भर दयाल एडवोकेट, भगवान दास भारती, ठाकुर दास,जगदेव प्रसाद, राधेश्याम, रामनाथ सुमन, सीताराम, कालका प्रसाद, आदि उपस्थित रहे।बैठक का संचालन माता चरण द्वारा किया गया। श्री जाटव के पुत्र और बसपा के वरिष्ठ नेता राजेश जाटव ने सूर्यजागरण को बताया कि श्री जाटव को दिनोंदिन स्वास्थ्य लाभ होता दिख रहा है। सूर्यजागरण परिवार भी श्री रामशरण जाटव शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण स्वस्थ हो,यह कामना करता है।