उत्तराखंड में फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी पाने वाले 14 और शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसआईटी ने पिछले दिनों शिक्षा महानिदेशक को कुल 25 शिक्षकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए लिखा था। इसके बाद इन 14 के खिलाफ प्राथमिक पड़ताल के बाद रुद्रप्रयाग जनपद में मुकदमा दर्ज कराया गया है। बाकी के खिलाफ महानिदेशालय में जांच चल रही है।
वर्ष 2017 में अमर उजाला ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। इसके बाद सरकार ने इसकी जांच के लिए सीबीसीआईडी देहरादून सेक्टर के एएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की थी। एसआईटी ने लगभग 10 हजार शिक्षकों के हजारों प्रमाणपत्रों का सत्यापन शुरू किया। चार सालों से लगातार कार्रवाई की जा रही है। वर्तमान में एएसपी लोकजीत सिंह के नेतृत्व में एसआईटी काम कर रही है।
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एसआईटी को पिछले दिनों रुद्रप्रयाग जिले के 25 शिक्षकों के प्रमाणपत्र फर्जी होने की बात पता चली थी। इसके बाद इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए शिक्षा महानिदेशक को लिखा गया था। गत दिनों शिक्षा महानिदेशक की ओर से 14 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की रिपोर्ट दी थी। लिहाजा, रुद्रप्रयाग में उनके खिलाफ जालसाजी व धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।