प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ आगमन पर महंगाई के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री व चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने गुरुवार को मौन व्रत रखा। दूसरी ओर, शुक्रवार को कांग्रेस सभी जिलों में 12-12 शिवालयों में जलाभिषेक करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री व चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत गुरुवार को अपने आवास पर महंगाई के विरुद्ध पूर्व निर्धारित उपवास पर बैठे। उन्होंने कहा कि उनका यह उपवास जनता को समर्पित है, क्योंकि आज जनता महंगाई से सबसे अधिक पीड़ित है और त्योहारों का उत्साह फीका पड़ गया है।
उन्होंने कहा कि मां लक्ष्मी को स्मरण करते हुए मौन उपवास को मैं समाप्त करता हूंं। मेरा यह मौन व्रत उन लोगों को समर्पित है जो महंगाई से त्रस्त हैं, जो अपने परिवार का ठीक से पालन-पोषण नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि महंगाई ने उनकी खरीदारी की शक्ति को छीन लिया है। महंगा तेल, महंगी गैस, महंगी सब्जियां हर चीज महंगा और लोग कैसे उन्मुक्त भाव से खुशी-खुशी दीपावली का त्यौहार मनाएं। मां उन सब लोगों को इतनी सामर्थ्य दो, धन संपदा दो कि उनके जीवन में भी खुशी आ सके। आप सबके लिए कल्याणकारी हो, मां लक्ष्मी सबका कल्याण करो।
वहीं शुक्रवार को पीएम मोदी के दौरे के मौके पर होने वाले कांग्रेस के जलाभिषेक के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि इसके साथ ही हम भजन-कीर्तन भी करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हमेशा अपने शिवालयों में केदारालय के दर्शन होते हैं। उन्हीं में हमें अपने ज्योतिर्लिंगों के दर्शन होते हैं। हम उन्हीं के पास जाकर अरदास, प्रार्थना करेंगे। वह पांच नवंबर को सुबह नौ बजे दक्षेश्वर महादेव में जलाभिषेक करेंगे। कनखल चौराहे से भजन गाते हुए दक्षेश्वर महादेव के दर्शन के लिए प्रस्थान करेंगे।