दरबार साहिब के श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में श्रीझंडे जी का आरोहण हुआ। जैसे ही श्री झंडे जी का आरोहण हुआ गुरु महिमा की जयकारों से शहर गूंज पड़ा। श्रद्धा व भक्ति भाव संगतें डूब गई। प्रेम, सद्भावना, भाईचारा, मानवता, श्रद्धा और आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक श्री झंडा जी मेले का श्री झंडा जी आरोहण के साथ ही शुभारंभ हो गया।
दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्यों से नए श्री झंडे जी को स्नान कराया गया। विधिवत वैदिक विधान से पूजा अर्चना के बाद अरदास हुई। दस बजे से श्री झंडे जी (पवित्र ध्वजदंड) पर गिलाफ चढ़ाने का कार्य शुरू किया जाएगा। फिर श्री झंडे जी का विधिवत आरोहण किया जाएगा। इसका एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रसारण किया जा रहा है। ऐतिहासिक मेले के लिए 90 फीट ऊंचा ध्वजदंड कंधों पर उठाकर संगत पहुंची थी।