शिमला बाईपास स्थित एसबीआई की शाखा के सामने दिनदहाड़े सेना के इंजीनियर से बदमाश ने आंखों में मिर्ची पाउडर झोंककर रुपयों से भरा बैग लूट लिया। बैग में 10 लाख रुपये रखे हुए थे। लोगों को पीछे आते देख बदमाश ने नोटों के छह पैकेट (तीन लाख रुपये) निकाले और बैग फेंककर भाग गया। पुलिस ने बदमाश की तलाश में चारों ओर नाकेबंदी कर चेकिंग शुरू की लेकिन देर रात तक उसका पता नहीं चला।
पुलिस ने लूट का मुकदमा दर्ज कर बदमाश की तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, राधेकृष्ण नैनवाल निवासी हरभजवाला मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (एमईएस) में इंजीनियर हैं। उनके घर में मरम्मत का काम चल रहा है। बृहस्पतिवार को वह अपने पिता सत्यप्रकाश नैनवाल के साथ शिमला बाईपास स्थित एसबीआई की शाखा से 10 लाख रुपये निकालने आए थे।
उन्होंने शाम करीब चार बजे चेक से रकम निकाली और बैंक के पास खड़ी अपनी कार में बैठ गए। राधेकृष्ण कार की ड्राइविंग सीट पर बैठे थे जबकि उनके पिता साथ वाली सीट पर थे। जैसे ही उन्होंने कार स्टार्ट की, अचानक को-ड्राइवर वाली साइड के दरवाजे को एक युवक ने खोला और दोनों के चेहरे पर मिर्ची पाउडर डाल दिया।
इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, बदमाश ने राधेकृष्ण के हाथ से रुपयों से भरा बैग छीन लिया। उन्होंने शोर मचाया तो लोग बदमाश के पीछे भागने लगे। लोगों को पीछे आते देख बदमाश ने बैग की चेन खोली और नोटों की कुछ गड्डियां निकालकर बैग फेंक दिया। राधेकृष्ण ने बैग उठाया तो उसमें तीन लाख रुपये कम थे।