एकम्स ड्रग्स को हरिद्वार स्थित दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए ईयू जीएमपी की मिलीमंजूरी

उत्तराखण्ड

हरिद्वार। भारत की प्रमुख कॉन्ट्रेक्ट मैन्युफैक्चरिंग फार्मास्यूटिकल कंपनी श्एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेडश् ने हाल ही में हरिद्वार में अपनी दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के लिए प्रतिष्ठित यूरोपीय यूनियन (ईयू) के कड़े गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस (जीएमपी) की मंजूरी हासिल की है। इस प्रतिष्ठित मंजूरी के बाद एकम्स को यूरोपीय और अन्य कड़े नियामक बाजारों में कम्पनी की उपस्थिति को स्थापित करने का मौका मिल गया है। कम्पनी को मिली यह मंजूरी एकम्स के क्वालिटी फर्स्ट दृष्टिकोण का सम्मान है। इस दृष्टिकोण का समर्थन सभी शीर्ष भारतीय और मल्टी नेशनल दवा कंपनियों द्वारा किया जाता है। ये सभी कंपनियां पहले से ही एकम्स के साथ काफी समय से साझेदार के रूप हैं, और अब एकम्स को ईयू जीएमपी का लाइसेंस मिल चुका है। एकम्स को उनके हरिद्वार स्थित दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए ईयू जीएमपी मंजूरी मिली है। एक प्लांट में सॉलिड ओरल डोजेज जैसे कि टैबलेट, हार्ड जिलेटिन कैप्सूल, पाउच में पाउडर और अन्य जनरल कैटेगरी से सम्बंधित उत्पाद बनता है। दूसरे प्लांट में बड़ी मात्रा और छोटी मात्रा पैरेंट्रल रेंज में पेनिसिलिन लाइन से संबंधित शीशियां, अम्पोउलेस, आईड्राप, एफएफएस के साथ-साथ सूखा पाउडर इंजेक्शन बनता है।
एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के फाउंडर, प्रमोटर, और डायरेक्टर संदीप जैन ने दोनों प्लांट को मंजूरी मिलने पर अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि एकम्स ड्रग्स को हरिद्वार स्थित दो मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के लिए ईयू जीएमपी मंजूरी मिली है। इस मंजूरी के मिलने के बाद एकम्स को पूरे यूरोपीय यूनियन के साथ-साथ कई अन्य नियामक बाजारों में अपने पैर जमाने का अवसर मिल गया है।
एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड के फाउंडर, प्रमोटर, और डायरेक्टर संजीव जैन ने मंजूरी मिलने के बाद कम्पनी की भविष्य की योजनाओ के बारे में बताते हुए कहा कि एकम्स पहले से दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट का जिम्मा संभालता है। ईयू जीएमपी की इस प्रतिष्ठित मंजूरी मिलने के बाद कम्पनी को अमेरिका के अलावा दुनिया के प्रमुख फार्मास्यूटिकल बाजारों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने का मौका मिल गया है। इन प्रमुख बाजारों में पूरे यूरोपीय यूनियन के बाजारों के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया/न्यूजीलैंड जैसे कई अन्य बाजार शामिल है। 

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