पिथौरागढ़। लंबे जद्दोजहद के बाद नैनी-सैनी एयरपोर्ट से नियमित उड़ान को केन्द्र से हरी झंडी मिल गई है। बॉर्डर इलाके के हवाई सेवा से जुड़ने पर संभावनाओं के कई दरवाजे एक साथ खुलने की उम्मीद है। केन्द्र ने नैनी-सैनी से उड़ान भरने का जिम्मा फ्लाई विंग एयरलाइंस को दिया है। बेसुमार सौन्दर्य से लबरेज चाइना-नेपाल बॉर्डर पर बसा पिथौरागढ़ मुख्यधारा से कोसों दूर है। लंबा पहाड़ी सफर होने के कारण यहां विकास की बयार भी काफी देर से पहुंचती है। लेकिन, अब ये जिला सूबे का पहला ऐसा पहाड़ी जिला बनने जा रहा है, जहां से नियमित उड़ान शुरू होगी। नैनी-सैनी एयरपोर्ट से अगले साल 31 जनवरी को प्लेन सर्विस शुरू होनी है। केन्द्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया नियमित प्लेन को उड़ाने का ऐलान कर चुके हैं। वहीं, एयरपोर्ट मैनेजमेंट ने भी डीजीसीए द्वारा लगाई गई आपत्तियों को भी दूर करने का काम शुरू कर दिया गया है। नैनी-सैनी एयरपोर्ट की निदेशक रीना जोशी ने बताया कि कई आपत्तियों को दूर किया जा चुका है। कुछ का निस्तारण जल्द ही हो जाएगा। जिसके बाद नियमित उड़ान के लिए लाइसेंस अप्लाई किया जाएगा। केंद्र ने नैनी-सैनी से उड़ान भरने का जिम्मा फ्लाई विंग एयरलाइंस को दिया है। एयरलाइंस पिथौरागढ़ से पंतनगर होते हुए हिंडन के साथ ही पिथौरागढ़-पंतनगर-देहरादून के लिए हवाई सेवा शुरू करेगी। नैनी-सैनी एयरपोर्ट से हवाई सेवा बंद हुए ढाई साल से अधिक का वक्त गुजर गया है। उससे पहले रूक-रूक कर कुछ समय के लिए 9 सीटर प्लेन से हवाई सेवा शुरू की गई थी। लेकिन, रन-वे में प्लेन फिसलने के बाद यहां की हवाई सेवा को पूरी तरह ब्रेक लगा था। नगरपालिका के अध्यक्ष राजेन्द्र रावत का कहना है कि नियमित उड़ान होने से बॉर्डर जिले में काफी बदलाव आएगा। हालांकि, इसके लिए ये भी जरूरी है कि फ्लाइट हर कीमत पर रेग्यूलर हो। प्लेन सर्विस बहाल करवाने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ ही राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने भी खासी मशक्कत की है। पिथौरागढ़ से हवाई सेवा शुरू होने से जहां दिल्ली-देहरादून का 15 घंटे का सफर कुछ ही घंटों में तय हो सकेगा, वहीं सैलानियों के लिए यहां पहुंचना भी काफी आसान हो जाएगा। ऐसे में तय है कि पर्यटन कारोबार बढ़ने से लोगों के लिए रोजगार के नए रास्ते भी खुलेंगे।