राज्य के 40,000 छात्रों के शिक्षा परिणामों को बेहतर बनाने का लक्ष्य
देहरादून। भारत की सबसे बड़ी स्कूल एडटेक कंपनी लीड, उत्तराखंड के स्कूलों में शिक्षा परिणामों को बेहतर बनाते हुए छात्रों में आत्मविश्वास निर्माण कर रही है। अपने एनईपी अनुकूल, मल्टी-मोडल पाठ्यक्रम और स्कूलों के लिए टेक्नोलॉजी आधारित सुविधाओं के माध्यम से लीड में यह सुनिश्चित किया जाता है कि छात्रों को सभी विषयों की गहराई से समझ और विशेषज्ञता प्राप्त हो सके। उत्तराखंड में लीड से जुड़े स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के शिक्षा परिणामों में पिछले वर्ष के दौरान कोविड के कारण आई मुश्किलों के बावजूद, करीब 11 प्रतिशत का सुधार देखने को मिला है। लीड द्वारा उत्तराखंड में स्कूलों के क्लासरूम्स को डिजिटलाइजेशन, पढ़ने-पढ़ाने की मल्टी-मोडल सुविधाओं के साथ बेहतर बनाया जा रहा है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले हर बच्चे को किताबों के अलावा एक स्टूडेंट ऐप मिलता है, जिसकी मदद से उनकी पढ़ाई बिना रुकावट चलती है और यहां के शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जाता है।
लीड के इंटिग्रेटेड स्कूल एडटेक माधान पूरे भारत के 400़ शहरों में स्थित 9000 स्कूलों में उपलब्ध कराए जा चुके हैं। लीड की मदद से स्कूल स्टूडेंट्स को जीवन में सफलता प्राप्त करने का आत्मविश्वास हासिल होता है और यह इन स्कूलों में सिखाई जाने वाली वाली भविष्य की महत्वपूर्ण लाइफ स्किल्स-कम्युनिकेशन, टीम के रूप में काम करना और गहराई से सोचना, से संभव हो पाता है।
लीड के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुमीत मेहता, का कहना है, भारत में स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे हर दिन अपने स्कूल में 6-7 घंटे बिताते हैं। इसके बावजूद, सिर्फ भारत के महानगरों में महंगी फीस वाले स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को ही अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल पाती है। लीड में हम इस स्थिति को बदलना चाहते हैं और इसके लिए हमारे इंटीग्रेटेड स्कूल एडटेक सिस्टम के जरिये भारत के स्कूलों को अधिक सक्षम बनाया जाएगा एवं छात्र-छात्राओं के लिए रटने वाली पढ़ाई बंद की जाएगी। उत्तराखंड हमारे इस लक्ष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हम इस राज्य में अपनी उपस्थिति बढ़ाने पर ध्यान देते रहेंगे। हमारी योजना अगले 5 वर्षों में देश भर के 60,000 स्कूलों एवं 2.5 करोड़ छात्रों तक पहुंचना है।
लीड का ईएलजीए (इंग्लिश लैंग्वेज एंड जनरल अवेयरनेस) प्रोग्राम छात्रों को एक स्किल के रूप में अंग्रेजी पढ़ाता है और 1.5 वर्षों में हासिल होने वाली प्रगति सिर्फ एक वर्ष में प्रदान करता है। इसके अलावा, लीड स्टूडेंट चैंपियनशिप जैसे राष्ट्रीय स्तर के प्लेटफॉर्म के जरिये छात्रों को आधुनिक एवं व्यापक शिक्षा अनुभव मिलता है। इस चौंपियनशिप में भाग लेने वाले छात्रों को आगे बढ़ने के लिए विभिन्न अवसर भी प्राप्त होते हैं।
सिटी कॉन्वेंट स्कूल की ईएलजीए टीचर रश्मि चौड़कोटी कहती हैं, कि लीड रटना नहीं समझना सिखाता है। लीड द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले पढ़ाने और पढ़ने के तरीके अपनाए जाने के बाद छात्रों में पढ़ने के लिए दिलचस्पी बढ़ गई है। पहले की तरह अब वो तनाव में नजर नहीं आते। इसका पूरा श्रेय लीड को ही जाता है, जिन्होंने सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए पढ़ाने के सिलसिले को खत्म कर दिया।