गुरुग्राम। रायन इंटरनैशनल स्कूल में दूसरी क्लास के छात्र पद्युमन की हत्या के मामले में लापरवाही के आरोपों में घिरी गुरुग्राम पुलिस अब सीबीआई जांच के घेरे पर है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई अब पद्युमन ठाकुर मर्डर केस की जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों के बैंक खातों की जानकारी खंगालेगी।
पुलिस वालों से जांच के बाद अब सीबीआई गुरुग्राम पुलिस की एसआईटी के सदस्यों के कॉल रिकॉर्ड और बैंक डिटेल की जांच करने पर विचार कर रही है। गुरुग्राम के विशेष जांच दल ने ही स्कूल बस के कंडक्टर अशोक को प्रद्युमन की हत्या के आरोप में अरेस्ट किया था।
हालांकि सीबीआई की जांच में पूरी थिअरी पलट गई और 11वीं कक्षा के एक छात्र को सीबीआई ने आरोपी बताया। इसके बाद अशोक कुमार को अदालत से जमानत मिल गई। सीबीआई ने 11वीं के छात्र को हिरासत में लिया था और यह कहते हुए पूरी थिअरी पलट दी थी कि इस मामले में गुरुग्राम पुलिस की ओर से भारी लापरवाही हुई है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई अब जल्दी ही एसआईटी के सदस्यों को नोटिस जारी कर उनके छुट्टी पर जाने या शहर छोड़ने पर रोक लगा सकती है।
नाम उजागर न करने की शर्त पर एक सीबीआई अधिकारी ने कहा, ‘जिस तरह से अशोक को पकड़ा गया और उस पर अपराध कबूलने के लिए दबाव बनाया गया। हत्या में इस्तेमाल औजार को रखने की बात कही गई, सीसीटीवी फुटेज और गवाह के कॉल रिकॉर्ड को नजरअंदाज किया गया। इससे संकेत मिलता है कि पुलिस ने जांच में भारी लापरवाही की है।’ अफसर ने कहा कि हम यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि आखिर किस वजह से पुलिस जांच में लापरवाही की गई।
सूत्रों के मुताबिक हरियाणा पुलिस की एसआईटी की ओर से पूछताछ में जांच को लेकर बताई गई चीजों की भी पुष्टि कर रही है। एसआईटी ने दावा किया था कि उसने 10 दिन की अपनी जांच के दौरान गहन पड़ताल की। इसमें सीसीटीवी फुटेज की जांच करना और 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ करना शामिल था।
यही नहीं अब जिस छात्र को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है, उसे एसआईटी मुख्य गवाह बनाने का विचार कर रही थी। इस बीच गुड़गांव पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार ने पुलिस जांच का बचाव करते हुए शुक्रवार को कहा कि यदि किसी ऐक्शन की जरूरत होती है तो ऐसा उचित समय पर उचित तरीके से किया जाएगा।