नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे और प्रदर्शन की भेंट चढ़ गया. पहले दिन की तरह दूसरे दिन भी विधानसभा की कार्यवाही शुरु होते ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया और बिजली की बढ़ी दरों पर हंगामा शुरू कर दिया. हालांकि उसको समझाने के लिए उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भरसक प्रयास किया लेकिन हंगामा फिर भी शांत नहीं हुआ।
आखिरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खड़े होकर सपा और कांग्रेस के नेताओं को समझाना पड़ा इसके बावजूद सपा और कांग्रेस के विधायक मानने को तैयार नही हुए. हंगामा करते हुए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता विधानसभा के वेल में पहुंच गए और वहां धरने पर बैठ गए. उनकी मांग थी कि जब तक बिजली की बढ़ी हुई दरों को वापस नहीं लिया जाता वह धरने पर बैठे रहेंगे।
विधानसभा के भीतर यह हंगामा और धरने का ड्रामा करीब 1 घंटे तक चलता रहा जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधानसभा के प्रधान सचिव और अधिकारी विपक्ष के नेताओं को समझाने के लिए पहुंचे. काफी मान-मनौव्वल के बाद और इस आश्वासन के बाद की बिजली की बढ़ी दरों पर विचार किया जाएगा, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता धरने से उठने को तैयार हुए. फिर भी सत्र का दूसरा दिन इसी हंगामें और मान-मनौव्वल की भेंट चढ़ गया. हालांकि विधानसभा के उलट विधान परिषद की कारवाई आज बाधित नहीं हुई. उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने शिक्षा में सुधार संबंधित कई मसौदों को विधान परिषद में पढ़ा और उन्हें पास करने की कवायद की, लेकिन विधानसभा में कोई बिल पारित नहीं हो सका. हंगामा इतना बढ़ गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विधानसभा से बाहर आकर मीडिया के सामने विपक्ष के प्रदर्शन और असहयोग के बारे मे बयान भी देना पड़ा।