देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुजरात और हिमाचल के विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत पर कहा कि दोनों राज्यों में जनता ने भाजपा की नीति और स्वच्छ प्रशासन पर अपनी मुहर लगाई है। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि गुजरात में सारे कौवे खाने वाले इकठ्ठा हो गए फिर भी वे हार गए। उन्होंने उम्मीद जताई कि हिमाचल में भाजपा सरकार के बनने से उत्तराखंड से संबंधित सभी लंबित मामलों का तेजी से निस्तारण हो सकेगा।
सोमवार को मतगणना के बाद गुजरात व हिमाचल विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली सफलता के बाद सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को दिया। उन्होंने कहा कि जीत की यह घुट्टी उत्तराखंड में अगले वर्ष होने वाले निकाय चुनावों में काम आएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बाद हिमाचल में भाजपा सरकार बनने से निश्चित रूप से उत्तराखंड को फायदा होगा।
जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद 36 नहरों का प्रकरण सुलझा लिया गया है और अलकनंदा होटल उत्तराखंड को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, इसी प्रकार हिमाचल में भाजपा सरकार बनने से दोनों राज्यों के बीच नदियों पर बनने वाले जलविद्युत, सिंचाई व पेयजल परियोजनाओं पर भी सकारात्मक कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद है। एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आज नौ माह पूरे कर चुकी है। इस अवधि में सरकार ने भविष्य की आवश्यकता के अनुसार शिक्षा, स्वास्थ्य व पेयजल जैसे अहम मुद्दों पर काम करना शुरू किया है। आने वाले समय में लोगों को इसका लाभ मिलेगा। जीरो टोलरेंस की नीति उत्तराखंड से भ्रष्टाचार को रोकने में कामयाब हुई है। आर्थिक अनियमितता और आर्थिक अनुशासन को नियंत्रित किया गया है।
छुट्टियों पर जो करना था कर दिया
हाल ही में प्रदेश सरकार ने पांच सार्वजनिक अवकाशों में कटौती की है। विश्व ङ्क्षहदू परिषद ने इसका विरोध किया है और इस संबंध में सरकार से बात करने की बात कही है। इस संबंध में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि छुट्टियों के संबंध में सरकार ने जो करना था कर दिया है।