-स्वयं सिद्धा देवभूमि सम्मान से नवाजा महिला व बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने
देहरादून। सामाजिक कार्य से जुड़े कई कार्यक्रमों में सौम्यता, शिष्टता से परिपूर्ण एवं भारतीयता की प्रतिमूर्ति के रूप में एक शख्सियत सभी का ध्यान बरबस खींचती है, व कार्यक्रम में उपस्थित लोग उस आकर्षक व्यक्तित्व का परिचय जानने को उत्सुक दिखते हैं। आयोजक जब उस महोदया के समाजसेवा के कार्यों से सभी को रूबरू कराता है तो निसंदेह सभी कह उठते हैं कि देहरादून को गर्व है रमा गोयल जैसी समाजसेविका पर।
-विभागाध्यक्ष की नौकरी छोड़ी
समाजसेवा के जुनून में रमा गोयल ने जयपुर के महिला डिग्री कालेज में कम्प्यूटर साइंस की विभागाध्यक्ष की नौकरी से त्यागपत्र दे दिया और जयपुर में लाईन्स क्लब से जुड़ कर सामाजिक कार्यों में रूचि प्रारम्भ कर दी। 2007 में लायन्स क्लब जयपुर मैत्री की सैकेट्री, 2008 में अध्यक्ष, 2010 में जोनल चेयरपर्सन चुनी गईं।
-कई संस्थाओं का करती हैं नेतृत्व
2012 में देहरादून आने के बाद वह पूरी तरह समाज को समर्पित हो गयीं। दून संस्कृति, इनर व्हील क्लब देहरादून बेस्ट, भारतीय वैश्य फैडरेशन जैसी प्रमुख संस्थाओं का अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व कर रही हैं। प्रमुख सामाजिक कार्यों में बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिये कई दर्जन छात्राओं को स्कूल फीस से लेकर ड्रेस-किताबें तक मुहैय्या कराईं। दिव्याओं के कृत्रिम अंग प्रदान करने के कई कैम्प आयोजित कराये। जल संरक्षण हेतु कई कार्यक्रम लाये। बच्चों के लिये स्वास्थ्य शिविर से लेकर नेत्र शिविर तक आयोजित कराने में प्रमुख भूमिका का निर्वहन किया।
-स्वयं सिद्धा देवभूमि सम्मान से अलंकृत
अभी हाल में ओ0एन0जी0सी0 घोष आडीटोरियम देहरादून में बीइंग वुमेन स्वयं सिद्धा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें प्रस्तुत किये गये कवि कुम्भ नामक कार्यक्रम में कई श्रेष्ठ रचनाकारों की कविताओं ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। इस समारोह में चन्द विभूतियों को सम्मानित भी किया गया, जिसमें सूबे की महिला व बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने बेमिसाल समाजसेवा के लिये रमा गोयल को स्वयं सिद्धा देवभूमि सम्मान से अलंकृत किया।