तेजतर्रार मन्डलायुक्त राजीव रौतेला के भीमताल में आकस्मिक निरीक्षण से मचा हड़कम्प

उत्तराखण्ड

भीमताल/हल्द्वानी – तेज तर्रार मण्डलायुक्त श्री राजीव रौतेला द्वारा शनिवार को भीमताल पहुंचकर शासकीय कार्यालयों, नगर पालिका में आकस्मिक छापेमारी कर सरकारी व्यवस्था एवं कार्य प्रणाली का मौका मुआयना किया। श्री रौतेला बिना किसी पूर्व सूचना के भीमताल जा पहुचे उन्होेने वहां पहुचकर भीमताल झील, एक्वेरियम, उपनिदेशक मत्स्य तथा नगर पालिका कार्यालय का निरीक्षण किया। इसके साथ ही उनके द्वारा भीमताल मे पहुचे पर्यटकांे से दोतरफा संवाद कायम करते हुये प्रशासन द्वारा पर्यटन सीजन के लिए की गई तैयारियां एवं सुविधाओ की जानकारी भी हासिल की।
मण्डलायुक्त द्वारा नगर पालिका कार्यालय में व्याप्त भयंकर गन्दगी, अस्त, व्यस्त अभिलेखों कार्यालय मे लगे जालों के अलावा परिसर मे कूडे के ढेरों पर नाराजगी व्यक्त करते हुये उन्होने अधिशासी अधिकारी भूपेन्द्र सिह रावत से जब इस अव्यवस्था के सम्बन्ध मे जवाब तलब किया तो उन्होने आयुक्त को दो टूक शब्दो मे कहा कि सर मेरा तो अगले महिने मे रिटायरमैन्ट है, और मै अकेला हू स्टाफ है नही मै क्या-क्या देखू। अधिशासी अधिकारी के इस गैर जिम्मेदाराना जवाब पर आयुक्त श्री रौतेला भडक उठे और उनका पारा सातवे आसमान पर जा पहुचा। उन्होने मौके पर मौजूद जिलाधिकारी श्री विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिये कि अधिशासी अधिकारी का तत्काल वेतन और पेंशन तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए और इन्हे यहां से शासन के लिए कार्यमुक्त कर दिया जाए। उन्होने नगर पालिका की प्रशासक एवं उपजिलाधिकारी रेखा कोहली को भी इस लापरवाही एवं उदासीनता के लिए दोषी ठहराते हुये कार्यशैली ठीक करने की बात कही। हद तो तब हो गई जब नगर पालिका के कर्मचारी भी आयुक्त के सवालांे का संतोषजनक जवाब नही दे सके। नगर पालिका के गृहकर सम्बन्धित अभिलेखो एवं पंजीकाओं में कर सम्बन्घित अंकन पेंसिंल से किया गया था तथा किसी कर्मचारी व अधिकारी के हस्ताक्षर भी नही थे। वार्ड नम्बर -04 के कर निर्धारक अनिल चन्द्र इटनी ने भी अपनी लापरवाही स्वीकारी वही नगर पालिका की महिला कर्मचारी भी आयुक्त को संतुष्ट नही कर सके। इस पर उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि कर्मचारियो का भी वेतन रोक दिया जाए। आयुक्त के संज्ञान मे यह भी आया कि जुलाई 2017 मे सेवानिवृत्त हुये अधिशासी अधिकारी पानसिह बोरा द्वारा एक वर्ष बीत जाने के बाद भी नगर पालिका का चार्ज नही दिया है यहां तक कि उन्होने अभी तक नगर पालिका के अभिलेख, चैकबुक, कैशबुक भी नही सौपी है। इस बावत नगर पालिका द्वारा भीमताल थाने में सेवानिवृत्त अधिशासी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है जिस पर अभी तक कार्यवाही नही हुई है। इस जानकारी पर आयुक्त द्वारा हैरानी व्यक्त की गई उन्होने थाना अध्यक्ष भीमताल से कृत कार्यवाही कि रिर्पोट तलब की है तथा इस वित्तीय अनुशासनहीनता के लिए उन्होने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की पेंशन तत्काल रोकने के निर्देश दिय। उन्होने जिलाधिकारी से कहा इस प्रकरण की जांच कराकर रिर्पोट शासन को भेजने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान क्षेत्रवासियो ने बताया कि सिचाई विभाग का पर्यटको के लिए एक पार्क है जिसे सिचाई विभाग ने ताला लगाकर बन्द कर दिया है। इस बात पर नाराज आयुक्त ने सिचाई विभाग के अधिकारियो से कडी नाराजगी व्यक्त की और कहा जो चीज जनसाधारण एवं पर्यटको के लिए बनाई गई है उसमे ताला लगाना गैर कानूनी है। उन्होने मौके पर मौजूद व्यापार मण्डल के पदाधिकारियो से कहा कि वह इस पार्क को गोद ले लें तथा सौन्दर्यीकरण का कार्य करे इस हेतु व्यापार मण्डल को प्रशासनिक स्तर से भी मदद दिलाई जायेगी।


आयुक्त द्वारा झील के बीच बनाये गये एक्वेरियम का भी निरीक्षण किया उसकी खस्ता हालत देखकर भी आयुक्त काफी नाखुश नजर जाये उन्होेने कहा पर्यटको के लिए बनाया गया यह एक्वेरियम इस हाल मे पहुचाने के लिए हम स्वयं जिम्मेदार है। उन्होने जिलाधिकारी श्री सुमन से कहा कि एक्वेरियम को पर्यटको एंव जनसाधारण के लिए उपयोगी एवं आकर्षक बनाये जाने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करें। इस एक्वेरियम मे विभिन्न प्रकार की मछलियो के अलावा कुमाऊंनी एवं उत्तराखण्डी सस्कृति पर आधारित भित्तीय चित्रों के अलावा पारम्परिक वाद्य यंत्रों आदि का प्रदर्शन किया जाए। उन्होने कहा कि एक्वेरियम की व्यवस्था, साज,सज्जा एवं अनुरक्षण का कार्य जिला विकास प्राधिकरण के माध्यम से किया जायेगा।
आयुक्त ने अपने तूफानी दौरे दौरान भीमताल झील डाठ पर धूमकर पर्किग शौचालय आदि की व्यवस्थाये परखी। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिेेये कि सुव्यवस्थित पार्किग के लिए सफेद, लाल व पीले रंग की पट्टिया लगवा दें। इन पट्टियां के अलावा यदि कोई वाहन पार्क होते है तो पुलिस तत्परता से ऐसे वाहनो का चालान करे। उन्होने उपजिलाधिकारी रेखा कोहली को आदेशित किया कि वह अपनी देख रेख मे भीमताल शहर की दैनिक सफाई व्यवस्था भी सुनिश्चित करायें। निरीक्षण के दूसरे सौपान में आयुक्त उपनिदेशक मत्स्य कार्यालय जा धमके। आयुक्त को दफ्तर मे देखकर मछली महकमे मे हडकम्प मच गया। चार दिन पहले पौडी से स्थानान्तरित आये उपनिदेशक गोधन सिह बिष्ट अपने कार्यालय में आयुक्त को देखकर सकपका गये। आयुक्त ने मत्स्य विभाग के सभी ज्येष्ठ मत्स्य निरीक्षको से अलग-अलग वार्ता की कोई भी निरीक्षक उनके प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर नही दे पाया। कार्यालय मे पड़ी अपार गन्दगी एवं निष्प्रयोज्य सामान को देखकर आयुक्त काफी नाराज हुये और एक सप्ताह के भीतर निष्प्रयोज्य सामान की नियमानुसार नीलामी कराने के निर्देश दिये। उन्होनेे कहा कि 2022 तक किसानो की आय दोगुनी की जानी है जिसमें मछली उत्पादन भी महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि मण्डल की सभी झीलों एवं मीठे जल के स्रोतों में मछली उत्पादन को बढावा दिया जाए साथ ही काश्तकारों को मछली उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होने कहा कि मछली उत्पादन कम लागत में अधिक आय देने वाला व्यवसाय है। उन्होेने उपनिदेशक को निर्देश दिये कि वे मछली उत्पादन की नई कार्य संस्कृति एवं रणनीति तैयार कर उसकी विस्तृत रिर्पोट शासन एवं उनको उपलब्ध करायें। उन्होने कहा कि झीलों एव नदियों मे ईको सिस्टम को संतुलित करने मे मछलियो का विशेष योगदान है। लिहाजा अभियान चलाकर सभी झीलो एवं नदियों मे मत्स्य बीज डाले जांए इसके लिए केन्द्रीय शीतल जल मत्स्य अनुसंधान संस्थान भीमताल, कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर का भी तकनीकी मार्गदर्शन प्राप्त किया जाए।
निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, संयुक्त मजिस्टेªट अभिषेक रूहेला, उपजिलाधिकारी रेखा कोहली के अलावा अधिशासी अभियन्ता सिचाई हरीश चन्द्र भारती एवं विकास महकमे के अधिकारी मौजूद थे।

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