श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने लघु-मध्यम श्रेणी के समाचारपत्रों के हितार्थ उठाई आवाज, डा.चन्दोला ने दिलाया न्याय का भरोसा

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लघु-मध्यम श्रेणी के समाचारपत्रों की उपेक्षा के चलते कलम के धनी पत्रकारों को भी होना पड़ रहा है हाथ फैलाने को मजबूर : विश्वजीत सिंह नेगी।     देहरादून–श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तराखंड का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश महामंत्री विश्वजीत नेगी के नेतृत्व में अपर सूचना निदेशक डॉक्टर अनिल चंदोला से मिला ।
प्ररिनिधिमंडल ने अपर निदेशक को अवगत कराया की प्रदेश में प्रदेश से प्रकाशित छोटे और मझोले समाचार पत्रों ( दैनिक व साप्ताहिक ) की घोर उपेक्षा की जा रही है जिस कारण अच्छी लेखनी के धनी पत्रकारों को भी आज हाथ फैलाने पर मजबूर होना पड़ रहा है सूचना विभाग की नीति सबको साथ चलने की होनी चाहिए लेकिन जो भेदभाव बरता जा रहा है उससे कहीं छोटे और मझोले समाचार पत्रों की पत्रकारिता कहीं दम न तोड़ दे।
अपर निदेशक सूचना डा अनिल चंदोला ने अवगत कराया की छोटे और मझोले समाचार पत्रों के साथ न्याय किया जाएगा, इसी कड़ी में 26 जनवरी को दिए जाने वाले विज्ञापन को छोटे और मझोले समाचार पत्रों के लिए दो पृष्ठ का किया जा रहा है । साथ ही यह भी तय किया गया कि फरवरी के प्रथम सप्ताह में दो पृष्ठ का अतिरिक्त विज्ञापन छोटे और मझोले समाचार पत्रों को दिया जाएगा।
प्रदेश महामंत्री विश्वजीत नेगी ने यह भी मांग रखी के जिन समाचार पत्रों को डीएपी दरें मिली हुई थी सूचना विभाग द्वारा उन्हें दस्तावेजों के आधार पर सूचीबद्ध किया गया था। यदि उनकी डीएपी ने किन्ही कारणों से उनकी दरे समाप्त कर दी है तो ऐसे समाचार पत्र को विभागीय दरें दी जानी चाहिए ,क्योंकि ऐसे समाचार पत्रों को सूचीबद्ध करते समय उनके दस्तावेजों के आधार पर ही सूचीबद्ध किया गया था न की डी ए वी पी के अनुसार ।
जिस पर अपर निदेशक ने आश्वासन दिया ऐसे समाचार पत्रों के साथ न्याय किया जायेगा, उनकी वर्ष 2018 की आर एन आई को भेजे वाली जाने वाली विवरणिका में दर्शाए गए सरकुलेशन के आधार पर उनको विभागीय दरे दी जाएंगी जो समाचार पत्र पूर्व में समिति द्वारा सूचीबद्ध किए गए थे।

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