लखनऊ-बुंदेलखंड सांस्कृतिक एवँ समाजिक सहयोग परिषद लखनऊ की तरफ से अपने त्याग,तप,समर्पण आदि दिव्य गुणों से घर,परिवार, समाज और राष्ट्र को अलंकृत करने वाली नारायणी स्वरुपा मातृशक्ति को महिला दिवस पर नमन किया गया है। परिषद के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार तिवारी एडवोकेट ने कहा कि नारी की वजह से ही पूरा परिवार गुंजायमान रहता है।
कहते हैं कि, पुरूष मकान बनाता है और स्त्रियाँ उस मकान को घर बनाती हैं। “आप एक, आपके रूप अनेक” ! कहीं माँ बनकर वात्सल्य का रसास्वादन देते हो, कहीं बेटी बनकर करूणा बरसाते हो…कहीं अनुजा बनकर त्याग व दुलार प्रदर्शित करती हो, कहीं सच्चे दोस्त बनकर मित्रता निभाती हो…कहीं बहू के रूप मे परिवार की बागड़ोर संभालती हो… कहीं भार्या बनकर दांम्पत्य जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करती हो ! दुख-दर्द सहकर भी प्यार लुटाने का हुनर सिर्फ आप ही के पास है…!!!
यूँ तो किसी एक दिन की सीमा मे आपको व्याख्यायित नहीं किया जा सकता, फ़िर भी समूचे विश्व़ की ओर से आज का दिन (८ मार्च ) मुकर्रर करना आपके प्रति सम्मान करना ही है…!!!
आप लक्ष्मी, काली, दुर्गा, सरस्वती, सीता, पार्वती, राधा एवं रूक्मणी का अंश हो….आप ही नया वंश देते हो !
आपकी अंतर्निहित प्रतिभा, सहजता, प्रबंधनात्मक काबिलियत, अदम्य साहस, दृढ़ ज़ज्बे और रिश्तें निभाने के हौसले को बार-बार प्रणाम।