बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। यह वह मरीज हैं जिनमें खांसी, जुकाम, बुखार और सांस लेने में दिक्कत जैसे प्राथमिक लक्षण नहीं पाए गए। ट्रैवल हिस्ट्री होने या किसी संक्रमित के संपर्क में आने की आशंका पर कोरोना जांच कराई गई तो संक्रमण की पुष्टि हुई। मेडिकल की भाषा में इसे एसिंप्टोमैटिक कोरोना कहा जाता है। राजकीय दून मेडिकल अस्पताल में भी भर्ती ज्यादातर मरीजों में एसिंप्टोमैटिक कोरोना पाया गया है।