सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क निर्माण मामले में जनता को किया जा रहा है गुमराह
लखनऊ/रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत बन रही सड़कों को लेकर एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को घेरते हुये उन पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिये जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर जनता को गुमराह करते हुए दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में कुछ सड़कों का निर्माण सोनिया गांधी की कृपा से वरीयता के आधार पर होने जा रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़कों के चयन की प्रक्रिया सार्वजनिक करते हुए दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि भारत सरकार हर साल प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए जिलेवार धनराशि का आवंटन करती है। जनपद के लिए सड़कों की सूची पहले से तैयार होती है, जिसका निरीक्षण ग्रामीण इंजीनियरिंग विभाग करता है और फिर सड़कों को नंबर दिया जाता है। ज्यादा नंबर पाने वाली सड़कों की सूची जिला पंचायत को भेजी जाती है। इसके बाद, जिला पंचायत यह परीक्षण करती है कि सड़कों को सही नंबर दिए गए हैं या नहीं, और कहीं ज्यादा वरीयता वाली सड़क छूट तो नहीं गई। सड़कों का वरीयता क्रम उनकी लंबाई, सड़कों के किनारे स्कूल, अस्पताल, बाजार, आबादी आदि के आधार पर तय होता है। परीक्षण के बाद जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में यह सूची प्रस्तुत की जाती है, और फिर उसे राज्य सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजा जाता है। इसके बाद ही सड़कों का निर्माण कार्य शुरू होता है। इस प्रक्रिया में किसी भी सांसद या विधायक की कोई भूमिका नहीं होती। इनकी निगरानी का अधिकार भी जिला पंचायत को होता है। दिनेश प्रताप सिंह ने यह भी कहा कि श्रीमती गांधी कई बार सांसद रह चुकी हैं, इसलिए सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए इस तरह का झूठा प्रचार उन्हें या उनकी टीम को शोभा नहीं देता। दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि आम जनहित के काम वही पूरे कर सकता है, जो जनता के बीच जाकर उनकी जरूरतों को समझे, उनके सुख-दुख में उनके साथ रहे। केवल ए.सी. कमरे में बैठकर सोशल मीडिया पर झूठा प्रचार करके जनता का कल्याण नहीं किया जा सकता।