चरणबद्ध आंदोलन के बाद बुधवार से हड़ताल के लिए अडिग बिजली कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद हड़ताल स्थगित कर दी है। हालांकि एक दिन पहले ही मुख्य सचिव से वार्ता के बाद विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के तेवर नरम पड़ गए थे। देर शाम मोर्चा ने हड़ताल स्थगित कर दी।
उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा 14 सूत्री मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चला रहा है। मोर्चा ने छह अक्तूबर की सुबह आठ बजे से तीनों ऊर्जा निगमों में अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया था। इस हिसाब से तीनों ऊर्जा निगमों और शासन स्तर पर भी हड़ताल की वैकल्पिक व्यवस्था बनाई गई थी। यूपीसीएल में एई और जेई की अस्थायी नियुक्ति के लिए वॉक इन इंटरव्यू लिए गए थे। ऑल इंडिया फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे भी हड़ताल को समर्थन देने पहुंच गए थे।सोमवार को देर शाम पहले मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधू से मोर्चा की वार्ता हुई। वार्ता के बाद से ही मोर्चा के तेवर नरम हो गए थे। मंगलवार की शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और ऊर्जा मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत के साथ सचिवालय में मोर्चा की बैठक हुई। बैठक के बाद मोर्चा ने हड़ताल स्थगित कर दी। मोर्चा के संयोजक इंसारुल हक ने कहा कि 14 सूत्री मांगों में से अब केवल तीन मांगों पर निर्णय बाकी है। बाकी सभी 11 मांगें सरकार ने पूरी कर दी हैं।