हल्द्वानी में घर पर झूला झूलने के दौरान पांच साल के मासूम का गला दुपट्टे में लिपट गया। गले में दुपट्टे का फंदा कसने से मासूम का दम घुट गया। गंभीर हालत में परिजन उसे लेकर सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। नूरी मस्जिद इंदिरानगर निवासी मोहम्मद फईम पुताई का काम करते हैं। बुधवार सुबह वह काम पर गए थे। घर पर उनकी पत्नी जीनत और बेटे अरमान (5), फैजान (3) और डेढ़ साल का रेहान मौजूद थे। करीब 11 बजे जीनत पास की दुकान पर सामान लेने गईं।
तब अरमान और फैजान छत पर दुपट्टे से बनाए झूले पर झूल रहे थे। झूला झूलने के दौरान अरमान का गला अचानक दुपट्टे में फंस गया। जीनत ने बताया कि जब वह दुकान से वापस आई तो अरमान कमरे में नहीं दिखा, तो वह सीधे छत पर गई। वहां देखा तो अरमान का गला दुपट्टे में फंसा हुआ था। किसी तरह जीनत ने बेटे के गले से दुपट्टा निकाला और मदद के लिए शोर मचाया। शोर सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे जिनकी मदद से अरमान को फौरन सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया।
जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। पूर्व सभासद शकील सलमानी ने बताया कि पिता फईम ने डीएम से मिलकर मासूम बेटे के शव का पोस्टमार्टम नहीं करने की गुहार लगाई। करीब तीन घंटे की कागजी कार्यवाही के बाद फईम को उसके बेटे अरमान का शव दे दिया गया। बता दें कि कुछ माह पूर्व अल्मोड़ा में भी खेलते वक्त इसी प्रकार फंदा लगने से एक मासूम की मौत हो चुकी है।