प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 05 नवंबर को केदारनाथ दौरे से पहले तीर्थ-पुरोहितों ने ऐलान करते हुए दो टूक शब्दों में साफ किया कि यदि उनकी पीएम नरेंद्र मोदी से वार्ता न हुई, तो वे विरोध करेंगे। तीर्थ-पुरोहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल कर वार्ता करने पर जोर दे रहे हैं। केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे का विरोध नहीं होगा। लेकिन यदि तीर्थ पुरोहितों की पीएम मोदी से वार्ता नहीं कराई गई, तो विरोध तय है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को केदारनाथ धाम पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने दर्शन के बाद तीर्थपुरोहितों से वार्ता की। उन्होंने तीर्थ पुरोहितों को 30 नवम्बर तक इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा भी दिया। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों के सुर नरम पड़ गए हैं। वे पीएम मोदी के दौरे का खुलकर विरोध करने से पीछे हट गए हैं। सीएम ने प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारी और पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा भी लिया। बुधवार सुबह करीब 8 बजे सीएम पुष्कर सिंह धामी हेलीकॉप्टर से केदारनाथ धाम पहुंचे। उनके साथ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल भी थे। सीएम के केदारनाथ पहुंचते ही तीर्थपुरोहितों ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम पहुंच कर बाबा केदार के दर्शन किए। 5 नवंबर को प्रधानमंत्री के केदारनाथ आगमन के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया।