दिल्ली के साकेत कोर्ट में शनिवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब कोर्ट की इमारत के सातवें मंजिल पर एक शख्स का शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान 31 वर्षीय लिफ्ट मैन के रूप में हुई है जो कोर्ट में काम करता था।
पुलिस ने कहा कि अभी यह साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता कि लिफ्ट ऑपरेटर की मृत्यु स्वाभाविक रूप से हुई है। हालांकि शरीर मृतक के शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं है और हमारी जांच अभी चल रही है। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में गुरुवार सुबह उस वक्त सनसनी मच गई जब यहां के वेस्ट विंग में स्थित एक चेंबर में शव पाया गया। शव की पहचान बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया के एक अस्थायी सदस्य मनोज (35) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया है कि उसने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं है। शुरुआती जांच के अनुसार, मनोज शराब पीने का आदी था और टीबी का मरीज था। पास में रखे कूड़ादान में खून की उल्टी की गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि मनोज बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया का अस्थायी सदस्य था और अक्सर रात में चैंबर में रुक जाता था। आगे जांच चल रही है।