रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष तेज हो चुका है और इसके साथ ही कच्चे तेल के दाम में भी आग लग गई है। बुधवार को ब्रेंट क्रूड की कीमत में पांच डॉलर प्रति बैरल का इजाफा हुआ और यह अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। इस जोरदार तेजी के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 110 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच चुकी है। इसका भारत समेत दूसरे देशों पर बुरा असर होने वाला है।
भारत को झुलसाएगी कच्चे तेल की आग
विशेषज्ञों की मानें तो अगर रूस और यूक्रेन के बीच जंग और आगे बढ़ती है तो कच्चे तेल का दाम और आगे बढ़ सकता है। इससे भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर बुरा असर पड़ेगा और ये 10 से 15 रुपये तक महंगे हो सकते हैं। गौरतलब है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के अनुरूप देश में खाने-पीने की चीजों पर महंगाई भी बढ़ेगी, क्योंकि माल ढुलाई का खर्च बढ़ जाएगा। ऐसे में भारत के सामने खुदरा महंगाई बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाएगा। यानी साफ शब्दों में कहें तो कच्चे तेल में लगी ये आग भारत को झुलसाने वाली है।