लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवायें बेहतर बनाने के लिये मौजूदा व्यवस्था में व्यापक पैमाने पर बदलाव करने की तैयारी कर ली है। सरकार का दावा है कि इसके तहत देश में पहली बार अस्पतालों में ‘लाईव इमरजेंसी मानिटरिंग सिस्टम’ लागू किया जायेगा। साथ ही कोविड कमांड सेंटर की तर्ज पर ‘इंटीग्रेटेड ट्रामा और इमरजेंसी सेंटर’ की स्थापना होगी। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि अब प्रदेश के सभी जिलों में हर स्थान पर महज एक फोन कॉल पर एंबुलेंस आएगी। मरीजों का हास्पिटल में तुरंत इलाज शुरू होगा। इलाज में देरी की समस्या से निपटने के लिये राज्य सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन और एम्स की ओर से स्वास्थ्यकर्मियों को दिशा में खास तौर पर प्रशिक्षित किया जायेगा जिससे अस्पताल में मरीज के पहुंचने के बाद भी इलाज शुरु होने में देरी होने का विश्लेषण (गैप एनालिसिस) कर इस समस्या को दूर किया जा सके।