देहरादून। ज्वैलरी शोरूम डकैती मामले में घटना के मास्टरमाइंड आरोपी शशांक को ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाकर न्यायालय में पेश कर 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेजा गया है। पुलिस को आरोपी से पूछताछ में डकैती की घटना में लूटे गए माल के संबंध में अहम जानकारियां मिली है। आरोपी पर अलग-अलग राज्यों में लूट, डकैती सहित कई संगीन आपराधिक घटनाओं के कई मुकदमे दर्ज हैं।
ज्वैलरी शोरूम डकैती मामले में दून पुलिस द्वारा घटना के मास्टरमाइंड शशांक सिंह उर्फ सोनू राजपूत को 6 जनवरी को देर रात पटना के बेऊर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। जिसे पटना न्यायालय में पेश करते हुए ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाया गया। पूछताछ में आरोपी शशांक द्वारा बताया गया कि सुबोध और उसके द्वारा ही देहरादून में ज्वैलरी शोरूम में लूट की योजना बनाई गई थी। घटना को अजांम देने के लिए प्रिंस कुमार, अखिलेश उर्फ अभिषेक, विक्रम कुशवाहा, राहुल और अविनाश को देहरादून भेजा गया था। आरोपी शशांक से घटना में लूटी गई ज्वैलरी के संबंध में अहम जानकारी दी। आरोपी ने लूटे गए माल को नेपाल में बेचने की बात कही है। लेकिन आरोपी का कहना है कि लूट के माल को बेचने पर बहुत कम कमीशन मिलता है। आरोपी शशांक द्वारा बताया गया कि सुबोध से उसकी पहचान अपने मौहल्ले में रहने वाले रोशन सिंह नाम के व्यक्ति के माध्यम से हुई थी। जो सुबोध के लिए काम करता था। साल 2015-16 में रोशन की हत्या होने के बाद आरोपी शशांक सुबोध गैंग का सक्रिय सदस्य बन गया। आरोपी ने सुबोध और अपने अन्य साथियों के साथ साल 2016 में बैरकपुर, पश्चिम बंगाल में मणप्पुरम गोल्ड शॉप में 28 किलो सोने और साल 2017 में आसनसोल पश्चिम बंगाल में मुथूट फाइनेंस ब्रांच में 55 किलो सोने की डकैती की घटना को अजांम दिया था।