अदानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड और थालेस ने आज एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की

दिल्ली देश-विदेश

नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े निजी एयरपोर्ट ऑपरेटर अदानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) और उन्नत तकनीकों में एक वैश्विक लीडर थालेस ने आज एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है जिसका उद्देश्य एएएचएल के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालन और पूरे देश में यात्रियों के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। इस साझेदारी के तहत, थालेस ने भारत में एएएचएल द्वारा प्रबंधित एयरपोर्ट्स में से सात पर फ्लाई टू गेट समाधान को पहले ही लागू कर दिया है, जिससे करोड़ों यात्रियों की यात्रा को २०२४ के आरंभ से सुगम और बेहतर बनाया जा रहा है। इस सहयोग को बढ़ाते हुए, एएएचएल ने अब थालेस को एक अतिरिक्त अनुबंध दिया है, जिसके तहत सभी एयरपोर्ट्स पर नवोन्मेषी एयरपोर्ट ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (एपीओसी) को लागू किया जाएगा, ताकि समग्र एयरपोर्ट प्रबंधन को अनुकूलित किया जा सके और यात्रियों के अनुभव को सुरक्षित रूप से बेहतर किया जा सके।

थालेस के भारत में उपाध्यक्ष तथा कंट्री डायरेक्टर श्री आशीष सराफ ने कहा, “हम अदानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करके भारत में एयरपोर्ट संचालन और यात्रियों के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए नवोन्मेषी तकनीकी समाधानों को लाने के लिए बहुत उत्साहित हैं। हमारे ‘फ्लाई टू गेट’ बायोमेट्रिक समाधान के साथ डिजी यात्रा और स्मार्ट एयरपोर्ट ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (एपीओसी) एएएचएल को संचालन को सुगम बनाने और करोड़ों यात्रियों के लिए एक सुरक्षित और सरल यात्रा सुनिश्चित करने में सक्षम बनाएंगे। मिलकर, हम २०४७ तक भारत को दुनिया का सबसे बड़ा विमानन बाजार बनाने के दृष्टिकोण में समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
एएएचएल द्वारा संचालित सात एयरपोर्ट्स वर्तमान में थालेस के “फ्लाई टू गेट” समाधान से संचालित डिजि यात्रा से सुसज्जित हैं, जो चेहरे की पहचान की उन्नत तकनीक के जिम्मेदार उपयोग पर आधारित है और इसे सुरक्षित यात्री पहचान प्रमाण के रूप में उपयोग किया जाता है। प्री-एनरोल किए गए यात्री अब अपनी यात्रा को सुगम और विश्वसनीय तरीके से तेजी से आगे बढ़ा सकते हैं, जिससे हर चेकपॉइंट (चेक-इन से बोर्डिंग तक) पर पहचान पत्र और बोर्डिंग पास दिखाने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है। इन एयरपोर्ट्स पर यात्रियों के प्रसंस्करण समय को ३०प्रतिशत तक कम करते हुए, जिम्मेदार बायोमेट्रिक समाधानों का यह निर्बाध एकीकरण भारत सरकार के डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण के साथ मेल खाता है।
इसके अतिरिक्त, थालेस को एएएचएल द्वारा प्रबंधित सभी एयरपोर्ट्स के लिए एक एंड-टू-एंड एपीओसी समाधान के डिजाइन, एकीकरण और कार्यान्वयन पर काम करने का कार्य सौंपा गया है। यह क्लाउड-आधारित ‘स्मार्ट डिजिटल प्लेटफॉर्म’ सभी आवश्यक ऍप्लिकेशन्स को केंद्रीय रूप से होस्ट करेगा, ताकि समग्र एयरपोर्ट प्रबंधन, सुरक्षा और यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाया जा सके। नवोन्मेषी एपीओसी प्लेटफॉर्म एकीकृत एयरपोर्ट उप-प्रणालियों और सेंसर से परिचालन डेटा एकत्र करता है और साथ ही प्राइवेसी के मानकों का पालन भी करता है। इस डेटा को फिर स्वचालन, बिग डेटा एनालिटिक्स, और मजबूत कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) एल्गोरिदम का उपयोग करके इंटेलिजेंटली संसाधित किया जाता है। यह समाधान, जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा, अनियोजित संसाधन की कमी की पूर्व-सूचना देगा और उसे कम करेगा, जिससे पूर्वानुमानिता और वैश्विक दक्षता में वृद्धि होगी।

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