देहरादून। अपनी हदों को भूलकर एक रेंजर ने ग्रामीणों पर ऐसा अत्याचार किया कि किसी की भी रूह काँप जाए। बावजूद इसके प्रशासन द्वारा अभी तक आरोपी वन रेंजर के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गयी। ज्ञात हो कि जनपद के मल्हान वन प्रभाग क्षेत्र में वन विभाग के एक रेंजर की दबंगई का एक मामला प्रकाश में आया है। जिसके तहत मल्हान क्षेत्र के रेंजर विनोद चौहान ने अपनी दबंगई दिखाते हुए क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ जमकर मारपीट की और दादागिरी दिखाते हुए मासूम ग्रामीणों की कनपटी पर बंदूक भी तान दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद के वन क्षेत्र मलहान में तैनात एक रेंजर विनोद चौहान ने क्षेत्र के ग्रामीणों पर अपना कहर बरपाते हुए उनके साथ जमकर मारपीट की। यही नहीं इस पिटाई में कुछ ग्रामीणों के दांत भी टूट गए। जब इस से भी बिगड़ैल रेंजर का मन नहीं भरा तो उसने ग्रामीणों की कनपटी पर बंदूक तान दी और ग्रामीणों को जान से मारने की धमकी देने लगा।
ग्रामीणों का आरोप है कि वन रेंजर विनोद चौहान द्वारा जबरन उनके खेतों में गहरी नालियां खोद दी गयी हैं और जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो आरोपी रेंजर ने नासिर्फ पीड़ित ग्रामीणों के साथ मारपीट की, बल्कि अवैध खनन का आरोप लगाते निर्दोष लोगों के खिलाफ सहसपुर थाने में मुकदमा भी दर्ज करवा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि उनको रेंजर द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है।
इस मुद्दे को लेकर सोमवार को उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आज़ाद अली ने डीएफओ देहरादून से मुलाकात कर आरोपी रेंजर के विरुद्ध शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा आज़ाद अली ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी मामले से अवगत कराया।
आज़ाद अली ने डीएफओ और एसएसपी देहरादून से मांग की है कि आरोपी रेंजर के विरुद्ध जांच कर शीघ्र कठोर कार्रवाई की जाए। जिससे पीड़ित ग्रामीणों को न्याय मिल सके। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सहसपुर पुलिस आरोपी रेंजर के साथ मिलकर बेकसूर ग्रामीणों के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि सहसपुर थाना पुलिस के कुछ कर्मियों और आरोपी रेंजर की निष्पक्ष जाँच करवाई जाए तो निश्चित तौर पर वे जेल की हवा खा सकते हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से मामले की अतिशीघ्र और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की और मामले की जांच किसी अन्य पुलिस थाने के द्वारा करवाने की बात कही।