ऋषिकेश। अपने बेबाक अंदाज के लिए मशहूर भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी के अनुसार 2019 का लोकसभा चुनाव जीएसटी नहीं, हिंदुत्व के मुद्दे पर चलेगा। उन्होंने दावा किया कि 2019 में भाजपा फिर विजेता बनेगी। बकौल स्वामी ‘आर्थिक प्रगति जरूरी है, लेकिन इससे चुनाव नहीं जीते जाते। यदि इससे वोट मिलता तो नरसिम्हा राव व अटल विहारी वाजपेयी चुनाव न हारते।’
ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे डॉ. स्वामी ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि हम भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लड़ रहे हैं, चुनाव में हिंदुत्व और भ्रष्टाचार दो ही मुद्दे प्रभावी होंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर 2019 के चुनाव से पूर्व कांग्रेस के आधे बड़े नेता जेल में होंगे। बोले, ‘सरकार के गुड वर्क पर कांग्रेस क्या बोलेगी, उसके नेता तो तब तक जेल के भीतर होंगे।’
अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे श्री श्री रविशंकर की मध्यस्थता पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई हर्ज नहीं है, लेकिन मामला कोर्ट में है, इसीलिए फैसला भी अदालत ही करेगी। कहा कि देश में 40 हजार मंदिर तोड़े गए हम तो सिर्फ मथुरा, काशी और अयोध्या ही मांग रहे हैं। राम मंदिर मामले में सभी तथ्य हमारे पक्ष में हैं। न्यायालय में हम ही जीतेंगे।
युवाओं में बढ़ते पाश्चात्य प्रभाव पर डॉ. स्वामी ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में सुधार की जरूरत है। संस्कारों को आधुनिक भाषा में प्रस्तुत करना होगा। इसके लिए पाठ्यक्रम में बदलाव की जरूरत है। संस्कृत की अनिवार्यता पर समझदारी के साथ आगे बढऩा है, मगर, पाठ्यक्रम में बदलाव तो तय है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर उन्होंने कहा कि अगले वर्ष के अंत तक इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
फिल्म पद्मावती को लेकर देश में विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अंडरवर्ल्ड के लोग फिल्मों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और शौर्यपूर्ण इतिहास को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
फिल्म पद्मावती और जोधा अकबर इसके उदाहरण हैं। बदरीनाथ धाम पर दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना अब्दुल लतीफ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को यह समझाने की जरूरत नहीं है कि भारत में मुस्लिम संस्कृति पहले आयी या हिंदू संस्कृति।