नई दिल्ली। लंदन में भारत की प्रत्यर्पण अर्जी पर सुनवाई के दौरान भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने खुद को वीरभद्र सिंह और रॉबर्ट वाड्रा की तरह राजनीति का पीड़ित बताया था। इस पर हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह ने तो कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने जरूर सफाई दी है। वाड्रा ने माल्या के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं राजनीतिक तौर पर पीड़ित जरूर हूं, लेकिन मैंने कभी अपनी पोजिशन का बेजा इस्तेमाल नहीं किया और न ही मैं किसी के पैसे लेकर भागा हूं।
वाड्रा ने कहा,’एक बार फिर से मेरा नाम सुर्खियों में आया है, जब किसी ने मेरे नाम का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए बैसाखी के तौर पर किया है। इस बार विजय माल्या ने ब्रिटेन की अदालत में मेरा नाम लिया है। मैं माल्या को यह याद दिलाना चाहूंगा कि मैं राजनीतिक पीड़ित हूं, लेकिन मैंने कभी अपनी पोजिशन का इस्तेमाल नहीं किया और मुझे देश की न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। मैं कभी दूसरे के पैसे को लेकर देश से नहीं भागा।’
देश के कई बैंकों से करीब 9,000 करोड़ रुपये के भारी-भरकम कर्ज को लेकर देश से फरार हुए विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार ने ब्रिटेन की अदालत में अर्जी दाखिल की है। वाड्रा ने माल्या को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें भारत वापस आना चाहिए और अपने खिलाफ लंबित मुकदमों का सामना करना चाहिए।
वाड्रा ने माल्या को दी ‘घर वापसी’ की सलाह
वाड्रा ने कहा, ‘माल्या को मेरी सलाह है कि वह भारत आ जाएं और अपने खिलाफ लंबित सभी मुकदमों का सामना करें और अपने ऊपर बकाये को चुकाएं। इसके अलावा वह मेरा नाम लेना बंद करें। मैं उनके साथ किसी भी मसले पर अपने नाम को नहीं जोड़ना चाहता।’ बता दें कि बीते एक साल से अधिक वक्त से विजय माल्या ब्रिटेन में हैं।