नैनीताल- वीडियों काॅन्फ्रेसिंग के जरिये सूबे के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा प्रदेश भर के जनपदों में की गयी घोषणाओं की जिलेवार एवं विधानसभावार समीक्षा की जा रही है। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री ने गुरूवार को जनपद नैनीताल की 6 विधान सभाओं में की गयी घोषणा एवं विकास कार्यों की वीसी के जरिये समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उनके द्वारा की गयी घोषणाओं को धरातल पर उतारने के लिए अधिकारियों को पूरी तत्परता एवं लगन के साथ काम करना होगा, क्योकि की गयी घोषणाएं विकास के साथ ही जनहित से जुड़ी होती है। अपनी घोड़ाखाल स्कूल के लिए की गयी घोषणा के क्रम में, उन्होंने बताया कि स्कूल के लिए पाॅच करोड़ का प्राविधान किया गया है जिसमें से 3.5 करोड़ अवमुक्त किया गया है तथा शेष 1.50 करोड़ की धनराशि अनुपूरक बजट में शामिल कर जल्द ही निर्गत कर दी जायेगी। उन्होंने ल्वाडढोबा में बीएसएनएल का टाॅवर की स्थापना में लेटलतीफी को लेकर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन को निर्देशित किया कि वे व्यक्तिगत तौर पर इस योजना का अनुश्रवण करें। श्री रावत ने बताया कि उनकी घोषणा के अनुसार कुमाऊॅ मण्डल के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए फतेहपुर में भूमि चयन कर ली गयी है व इस भव्य छात्रावास का निर्माण रक्षा मंत्रालय भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया जायेगा।
श्री रावत ने कहा कि उनकी घोषणा के अनुसार हल्द्वानी महानगर में रिंग रोड बनाने का कार्य प्रगति पर है। इस सम्बन्ध में भूतल, सड़क परिवहन मंत्रालय के विशेषज्ञयों की टीम जल्द ही हल्द्वानी का निरीक्षण कर प्रदेश के विशेषज्ञयों के साथ कार्य योजना तैयार करेगी। यह प्रोजेक्ट राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि रिंग रोड के निर्माण के लिए अपने स्तर से भूमि चयन आदि का प्रस्ताव बनाना प्रारम्भ कर दें। उन्होंने कहा कि रिंग रोड के निर्माण के लिए धनराशि भारत सरकार के माध्यम से जुटायी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने नैनीताल शहर में बनने वाली मल्टी स्टोरी पार्किंग की समीक्षा की कि इस प्रोजेक्ट पर लेटलतीफी और अधिकारियों के बीच सामंजस्य न होने पर नाराजगी जाहिर की। नारायण नगर में भूगर्भ वैज्ञानिकों की संस्तुति पर चयनित भूमि पर वन विभाग के नोडल अधिकारी मनोज शाह द्वारा लगायी गयी व्यक्तिगत आपत्ति पर मुख्यमंत्री द्वारा घोर नाराजगी व्यक्त की गयी। उन्होंने मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को निर्देश दिये कि वे इस प्रकरण को व्यक्तिगत तौर पर देखें तथा जल्द कार्यवाही सुनिश्चित कराये क्योंकि नैनीताल में पर्यटक सीजन के दौरान पार्किंग बहुत बड़ी समस्या बनकर उभर रही है।
प्रदेश के प्रत्येक विकासखण्ड मुख्यालय में घोषणा के अनुसार सैनिक मिलन केन्द्र बनाये जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के जिन स्थानों पर सैनिक केन्द्र नहीं है, एसे नये सैनिक केन्द्र विकासखण्ड परिसर में बनाये जायेंगे। भवन निर्माण के लिए विधायक निधि एवं सांसद निधि से व्यवस्था की जायेगी तथा प्रदेश सरकार भी वित्तीय सहयोग देगी। श्री रावत ने महानिदेश शिक्षा डाॅ.आलोक शेखर तिवारी से कहा कि उनके द्वारा ओखलकाण्डा बेतालघाट में कई विद्यालयों के नाम शहीद सैनिकों के नाम पर रखने की घोषणा की थी किन्तु अभी तक शासनादेश तैयार नहीं हुए है जोकि बेहद खेद जनक है।
मुख्यमंत्री ने वीसी के दौरान रानीबाग चित्रशिला घाट में बनने वाले विद्युत शवदाह गृह, ढेला नदी में 170 मीटर स्पान सेतु बनाने, कशेरूवा नाले में 100 मीटर कंक्रीट पुल के निर्माण, कोटाबाग महाविद्यालय में कृषि विषय खोले जाने, बेतालघाट में निर्मित राजकीय महाविद्यालय का नाम शौर्य पदक विजेता स्व.खेमचन्द्र डोर्बी के नाम करने, रामनगर महाविद्यालय के जीर्णोद्धार, चाहर दीवारी, शौचालय निर्माण, बिन्दुखत्ता में शहीद मोहननाथ गोस्वामी के नाम पर मिनी स्टेडियम निर्माण, रामनगर खण्ड में खुडलिया तोक में नलकूप निर्माण, नैनीताल में नैनी झील संरक्षण के लिए की गयी घोषणा की समीक्षा की। इसके अलावा उन्होंने पम्पापुरी-भरतपुरी की तटबन्ध निर्माण के निर्माण, टेढा में बाढ़ नियन्त्र कार्य, रामनगर में बस अड्डे के निर्माण, रामनगर में बहुमंजिला पार्किंग, हल्द्वानी जेल चोराहा म्युजिकल चैराहे का सौन्दर्यकरण, हल्द्वानी-दमुआढुॅगा के पनचक्की चैराहे का सौन्दर्यकरण के अलावा अन्य घोषणाओं की विधिवत समीक्षा की गयी। मुख्यमंत्री द्वारा अपने कार्यकाल में अभी तक जनपद नैनीताल के लिए 68 घोषणाऐं की गयी हैं।
वीडियो काॅन्फ्रेन्स में जनपद के प्रभारी एवं शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, नेता प्रतिपक्ष इन्द्रा हृदेश के प्रतिनिधि मयंक भट्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेय जय खण्डूरी, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.भारती राणा, नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत शेखर त्रिपाठी, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान संतोष उपाध्याय, अधिशासी अभियन्ता विद्युत मौहम्मद उमर, अमित आनन्द, जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह, एआरटीओ संदीप वर्मा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत हिमाली जोशी, प्रभागीय वनाधिकारी टीआर बीजु लाल के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।