नैनीताल – आयुक्त कुमायूॅ मण्डल श्री राजीव रौतेला ने लेक सैफ्टी कमेटी की मीटिंग लेते हुए कहा कि नैनीताल की खूबसूरती बढ़ाने वाली झील को संरक्षित एवं प्रदूषण रहित रखना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि झील के प्रति हम असंवेदनशील होते जा रहे है। सूर्यास्त के बाद चोरी छुपे झील में कूड़ कचरा और घर का निष्प्रोज्य समान डाल देते हैं। ऐसे में नैनी झील इस तरीके की गन्दगी से पटने लगी है, जिससे उसकी गहराई पर भी असर पड़ने लगा है। उन्होंने कहा कि नैनी झील जहाॅ पर्यटन का केन्द्र है, वहीं प्रदेश की आन,बान, शान का प्रतीक भी है। उन्होंने कहा कि नैनी झील में कूड़-कचरा डालने पर आर्थिक दण्ड का प्रावधान है, बावजूद इसके हम लोग चोरी छुपे कूड़ा कचरा डालने में नहीं चूक रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन से कहा कि ऐसे लोगों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए झील के चारों ओर सीसी टीवी कैमरे लगाये जाये तथा ट्रेप होने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जाये। उन्होंने कहा कि झील के अस्तित्व को बरकरार रखने के लिए प्रशासनिक प्रयासों के साथ ही जन सहयोग जरूरी है। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि झील में आने वाले सभी नालों में तत्काल जालियाॅ लगायी जाये तथा झील के पानी की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए एसटीपी स्थापित कराये जाने की कार्य योजना को तत्काल मूर्त रूप दिया जाये। उन्होंने बताया कि झील के चारों ओर चार स्थानों- कैपिटल सिनेमा, मेट्रोपोल होटल, स्टैट बैंक के पास, रेमजे होस्पीटल के समीप एसटीपी लगाये जायेंगे।
आयुक्त श्री रौतेला ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा नैनी झील के साथ ही सूखाताल के संरक्षण एवं विकास के लिए पाॅच करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर दी गयी है। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता सिंचाई हरीश चन्द्र भारती को निर्देश दिये कि सूखाताल और नैनी झील के संवर्धन के लिए जो भी प्रस्ताव तैयार करें, उसमें शहर के वरिष्ठ नागरिकों पर्यावरणविदों आदि के साथ भी विचार-विमर्श कर, उनके विचारों एवं अनुभवों को भी शामिल किया जाये।
आयुक्त ने कहा कि क्षतिग्रस्त लोअर माल रोड का सर्वे करने के लिए शासन से विशेषज्ञों की टीम जल्दी आने वाली है। टीम के वैज्ञानिकों का संवाद शहर के गणमान्य व्यक्तियों, भू-वैज्ञानिकों से भी अवश्य कराया जाये। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता लोनिवि चन्दन सिंह नेगी से कहा कि लोअर माल रोड की मरम्मत की गति को बढ़ाया जाये तथा माॅ नन्दा देवी के डोले को निकाले जाने के लिए एतिहात जरूरी है। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों से कहा कि वह माॅ नन्दा देवी मेले में लग रही दुकानों का भी सत्यापन करें ताकि ज्यादा भार वाली चीजें मेले मे ंन लगने पाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि मस्जिद तिराहे से राजभवन जाने वाली सड़क का भी सर्वे कर लिया जाये। यदि सड़क कहीं पर क्षतिग्रस्त हो तो मरम्मत भी कर ली जाये।
बैठक में पर्यावरणविद डाॅ.अजय रावत, प्रोफेसर चारू पन्त वरिष्ठ नागरिक राजीव लोचन शाह, सुदर्शन शाह, डीएन भट्ट के अलावा आलोक शाह तथा गौपाल सिंह रावत ने भी अनेकों सुझाव दिये। इस बैैठक में अपर जिलाधिकारी हरबीर सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी टीआर बीजु लाल, अधिशासी अभिन्ता पेयजल निगम जीएस तोमर, बीसी पाल आदि मौजूद थे।