पहाड़ी क्षेत्रों में रोडवेज बसों की अधिकतम स्पीड 40 किमी निर्धारित की मन्डलायुक्त ने

उत्तराखण्ड

हल्द्वानी – मण्डल के पर्वतीय क्षेत्रो मे परिवहन निगम की बसें अनियंत्रित गति से दौड रही है यहां तक कि रात्रिसेवा की बसों की स्पीड भी कन्ट्रोल मे नही है बसों के चालक बेहिसाब बसों को दौडा रहे है। इन बसो की स्पीड पर परिवहन निगम के अधिकारी आंख मूदे बैठे है यदि यही हालत रहे तो किसी बडी दुर्घटना से इंनकार नही किया जा सकता है। यह बात आयुक्त कुमायू मण्डल श्री राजीव रौतेला ने शिविर कार्यालय मे आयोजित समीक्षा बैठक मे परिवहन निगम के आला अधिकारियो से कही। उन्होेेने कहा कि परिवहन निगम के अधिकारी दिन और रात मे चैकिंग कर अपनी बसों की गति परखें। परिवहन निगम की कोई भी बस पर्वतीय क्षेत्रो मे अधिकतम 40 किमी की गति से ही संचालित कि जाए, ताकि होने वाले हादसो को रोका जा सके। उन्होने कहा यदि ऐसा नही होगा तो मण्डलभर में परिवहन निगम की बसों की स्पीड उपजिलाधिकारियों, पुलिस एवं परिवहन विभाग के अधिकारियो से चैक करायी जायेगी। तेज गति पाये जाने पर नियमानुसार चालान भी किये जायेंगे। उन्होने परिवहन निगम के महाप्रबन्धक दीपक जैन से कहा कि परिवहन निगम की बसों में 5 अक्टूबर तक स्पीड गवर्नर डिवाइस लगाये जाने है परन्तु काठगोदाम की 89 तथा टनकपुर क्षेत्र की 79 बसो में अभी तक स्पीड गवर्नर नही लग पाये है। उन्होने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों की बसों मे 40 किमी स्पीड के तथा मण्डल के मैदानी क्षेत्रो की बसों में 60किमी स्पीड के डिवाइस लगाये जाने के कार्यवाही करे ताकि दुर्घटनाओ को रोका जा सके। उन्होने परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबन्धक से कहा कि बसों को साफ सुथरा रखें। बसों मे फस्र्टएड बाक्स की व्यवस्था बनाये साथ ही सीटों की दशा सुधारे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग बसों का इस्तेमाल कर कसें।
आयुक्त श्री रौतेला ने बिजली महकमे की गहनता से समीक्षा करते हुये कहा कि बिजली की चोरी से राजस्व की हानि होती है और यह एक संज्ञेय अपराध है, बिजली महकमें को चाहिए कि वह विशेष अभियान चलाकर बिजली चोरी, बिजली की ओवर लोडिंग जाॅच करें और बिजली की चोरी करने वाले व्यक्तियों को विभिन्न सुसंगत धाराओं में निरूद्ध करते हुए सजा दिलायी जाये।
उन्होंने प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना तथा दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना की समीक्षा करते हुए मुख्य अभियन्ता विद्युत एचके गुरूरानी तथा जेएमएस रौथान को निर्देशित करते हुए कहा कि दूरस्त क्षेत्रों में निवास कर रहे पात्र गरीब व्यक्तियों तक बिजली पहुॅचाने के लिए भारत व राज्य सरकार कटिबद्ध है, ऐसे में कुमायू मण्डल के अन्तर्गत पात्रों को निर्धारित समय सीमा में विद्युत संयोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। श्री रौतेला ने कहा कि जो वेण्डर पात्र व्यक्तियों तक विद्युत कनेक्शन देने में सुस्ती से कार्य कर रहे हैं, उनके काम में तेजी लाने के लिए वेण्डर्स के काम की अधीक्षण अभियन्ता स्तर पर समीक्षा की जाये तथा बिजली विभाग के अधिकारी क्षेत्र में जाकर व्यक्तिगत तौर पर कार्यो का मूल्यांक करें।
आयुक्त ने मछली विभाग और पंतनगर विश्विद्यालय के मीन संकाय के वैज्ञानिकों से कहा कि झीलों में ऐसी मत्स्य प्रजातियो को विश्वविद्यालय के मार्ग दर्शन में डाला जाना है जिससे झीलो की उम्र बडे व साफ रहें। उन्होने कहा कि काॅमन कार्प प्रजाति की मछली झीलों को तथा उनमें निवास कर रही अन्य प्रजाति की मछलियो को नुकसान पहुचा रही है जिसका हटाया जान निहायत जरूरी है। उन्होने कहा कि नैनीझील के अलावा भीमताल,नौकुचियाताल, हरीशताल,सातताल झीलो मे भी विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन मे मत्स्य बीज डाले जायेगंे। झीलो के सर्वधन मे मछलिया का विशेष योगदान है। उन्होने कहा नौकुचियाताल व भीमताल की झीलो मे वाटर स्र्पोटस भी कराये जायेगे जिसकी कार्य योजना तैयार की जा रही है।
आयुक्त द्वारा टनकपुर से पिथौरागढ तक भारत सरकार के दिशा निर्देश मे बनाई जा रही चार धाम आॅलवेदर रोड की समीक्षा की। उन्होने कहा कि यह रोड नेपाल और भारत मैत्री केा दृष्टिगत रखते हुये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का विशेष प्रोजेक्ट है। लेकिन इस रोड के निर्माण मे काफी लेट लतीफी हो रही हैै जो कि उचित नही है।
आयुक्त श्री रौतेला ने आॅल वेदर रोड के कछुआ गति से हो रहे निर्माण कार्य पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। श्री रौतेला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के अन्तर्गत आॅल वेदर रोड का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने रोड निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय भारत सरकार के मुख्य अभियन्ता (क्षेत्रीय अधिकारी) ओपी श्रीवास्तव से दूरभाष पर वार्ता करते हुए बताया कि कम्पनियाॅ द्वारा निर्णय में सक्षम अधिकारी नियुक्त न करने के कारण निर्माण कार्य बाधित हो रहा है। उन्होंने रोड निर्माण कार्य में तेजी से गति लाने के लिए कम्पनियाॅ द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर निर्णय में सक्षम प्रोजेक्ट मेनेजर की नियुक्ति कराने के निर्देश दिये, ताकि नियुक्त अधिकारी जिला प्रशासन व लोनिवि के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए प्रोजेक्ट को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करा सके। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता एनएच एलडी मथेला को निर्देशित करते हुए कहा कि यदि कम्पनियाॅ सही से कार्य न करें तो प्रावधानों के अन्तर्गत कम्पनियों का बजट रोकने एवं कडी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इस महत्वपूर्ण सड़क निर्माण का कार्य एससीआईडब्ल्यू, शिवालया, कंस्ट्रक्शन, आरजी बिल्डवेल, गेनन डंकन लि. कम्पनियों द्वारा किया जा रहा है।
आयुक्त ने मुख्य अभियन्ता डीएस नबियाल को काठगोदाम-नैनीताल मार्ग के टू-लेन निर्माण हेतु सभी आवश्यक कार्यवाही अतिशीघ्र पूरी करने, एनएच 87 पर चल रही गतिविधियों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने डीएस नबियाल को आमवाला, ताकुला में सड़क धंसाव का स्थलीय मुआयना करते हुए मरम्मत कार्य को तत्परता पूरा करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य अभियन्ता एचके गुरूरानी ने बताया कि सौभाग्य योजना के अन्तर्गत कुमायू मण्डल में अगस्त माह तक 153744 के लक्ष्य के सापेक्ष 48084 पात्रों को विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने बताया कि दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के अन्तर्गत शासन से अवमुक्त 72 करोड़ 31 लाख की धनराशि के सापेक्ष 42 करोड़ 31 लाख की धनराशि व्यय की जा चुकी है।
बैठक में अधीक्षण अभियन्ता शेखर त्रिपाठी, राजकुमार, नवीन मिश्रा, अतुल सिंह गब्र्याल, नीरज कुमार, अधिशासी अभियन्ता डीएस बिष्ट, प्रदीप बिष्ट, अरूण कुमार गुप्ता, उपनिदेशक मत्स्य जीएस बिष्ट, अधि0अभि0 सिचाई हरीश चन्द्र भारती, अधीक्षण अभियन्ता सिचाई एनएस पतलियाल, पंत विश्वविद्यालय के मीन विशेषज्ञ डा0 आशुतोष मिश्रा ,डा0अनिल शर्मा, अपर जिलाधिकारी हरवीर सिह, सिटी मजिस्टेट पंकज उपाध्याय, अपर जिलाधिकारी उधमसिह नगर प्रताप साह, निगर नियोजक शशि भूषण श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

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