उत्तराखंड के नए 13 पयर्टक स्थलों के समग्र विकास की गहन समीक्षा की मन्डलायुक कुमाऊं राजीव रौतेला ने

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हल्द्वानी {उत्तराखंड)- प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश के प्रत्येक जनपद में नए पर्यटक डेस्टीनेशन चिन्हित कर घोषित किये हैं। इन नए पर्यटक स्थलों का समग्र विकास किये जाने तथा सुविधाएं विकसित करने के लिए शासन स्तर से लगातार निगरानी की जा रही है। यह बात सचिव मुख्यमंत्री एवं आयुक्त कुमाऊॅ श्री राजीव रौतेला ने शनिवार को सर्किट हाउस में आयोजित ’’13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टीनेशन’’ योजना की गहन समीक्षा करते हुए मण्डलभर के सभी जिलाधिकारियों से कही।
श्री रौतेला ने कहा कि हमारा उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। नए पर्यटन डेस्टीनेशनों को विकसित करने के लिए शासन स्तर पर धनराशि की कोेई समस्या नहीं है। कंसलटेंट अमरेश मिश्रा, सुश्री सयाली अपनी टीम के साथ एक बार फिर से चिन्हित डेस्टीनेशन क्षेत्रों को दौरा करते हुए वृद्ध स्तर पर कार्य योजना बनाए और कार्य योजना में तिथिवार कार्य पूरा करने के समय के बारे में अवश्य वर्णन करें। सभी कंसलटेंट कुमाऊॅ के जनपदों का भ्रमण करें और जिलाधिकारियों से सम्पर्क करते हुए पर्यटन की दृष्टि से अतिमहत्वपूर्ण नए प्रोजेक्ट बनाए ताकि उनकी डीपीआर बनाकर शासन को भेजा जा सके। उन्होंने कहा कि घरेलू (दशी) पर्यटकों को आकर्षित करने वाले पर्यटक स्थलों को विकसित करने में विशेष तौर पर ध्यान केन्द्रित किया जाये और तैयार किये जाने वाले डेस्टीनेशन में प्रत्येक आयुवर्ग के हिसाब से घूमने एवं अन्य गतिविधियाॅ करने के लिए कुछ न कुछ अवश्य होना चाहिए ताकि पर्यटकों को किसी न किसी क्षेत्र में मन लगा रहे। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग के लिए भी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि पूरी कंसलटेंट टीम बेहतर रिचर्स एवं डाटा का संग्रहण करते हुए कार्य करे।
श्री रौतेला ने कहा कि जनपदों में चयनित डेस्टीनेशनों को सुन्दर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाये। उन्होंने कहा कि चिन्हित क्षेत्रों की सुन्दरता में वृद्धि हो इसलिए डेस्टीनेशन भौगोलिक क्षेत्र एवं परिस्थितियों के अनुरूप ही विकसित किये जाये। उन्होंने कहा कि विकसित किये जा रहे क्षेत्रों में प्राथमिक सुविधाएं उपलब्ध हों तथा क्षेत्र में किसी भी प्रकार की गन्दगी न हो सके, ऐसी कार्य योजना तैयार की जाये और क्षेत्रीय व्यक्तियों एवं पर्यटकों की भी राय ली जाये।
श्री रौतेला ने कहा कि धनराशि की कोई कमी नही है और कार्यो को धरातल पर उतारने में किसी भी प्रकार का विलम्ब नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी निर्णय लें कि कौनसा कार्य सबसे पहले शुरू करना है। उन्होंने कहा कि जो क्षेत्र स्वदेश दर्शन योजना के अन्तर्गत चिन्हित हैं, उनके स्थान पर नए क्षेत्र चिन्हित करने के लिए जन प्रतिनिधियों की राय लेते हुए नए क्षेत्र चिन्हित करते हुए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजें ताकि और अधिक क्षेत्रों का विकास हो सके।
बैठक में सभी जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जनपद में पर्यटन के विकास हेतु की जाने वाली गतिविधियों एवं कार्य योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा कंसलटेंट्स ने जिलों के लिए तैयार की गई कार्य योजना के बारे में जानकारी दी।
गौरतलब है कि ’’13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टीनेशन’’ योजना के अन्तर्गत जनपद नैनीताल में मुक्तेश्वर, अल्मोड़ा में कटारमल, ऊधम सिंह नगर में गूलरभोज, चम्पावत में देवीधुरा, बागेश्वर में गरूड़ वैली तथा पिथौरागढ़ में मोस्टामानू का चयन किया गया है।
बैठक में कुमाऊॅ के जनपदों के जिलाधिकारियों में विनोद कुमार सुमन,डाॅ.नीरज खैरवाल, रंजना राजगुरू, सी.रविशंकर, एसएन पाण्डेय, नितिन सिंह भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, प्रबन्ध निदेशक कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम धीराज गब्र्याल, जिला पर्यटन अधिकारी अरविन्द गौड, लता बिष्ट, अमित लोहनी, राहुल चैबे, कीर्ति आर्य,बीसी द्विवेदी के अलावा मण्डल के अलावा अन्य कंसलटेंट व अधिकारी से उपस्थित थे।

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