उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में मंगलवार को सुबह से ही मौसम साफ बना हुआ है। मंगलवार को नैनीताल की ठंडी सड़क पर फिर से भूस्खलन हो गया है। जिससे यहां मार्ग बंद हो गया है। इस भूस्खलन से कुमाऊं विवि के महिला छात्रावास को भी खतरा हो गया है। जान की परवाह किए बगैर लोग भूस्खलन के मलबे से गुजर रहे हैं।
वहीं धारचूला के जुम्मा गांव में रविवार की रात हुई मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया। अतिवृष्टि से जामुनी और नालपोली तोक में सात मकान जमींदोज हो गए। मलबे में तीन बहनों और उनके चाचा-चाची समेत सात लोग दब गए। इनमें से तीनों बहनों और दो महिलाओं के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि दंपती (तीनों बहनों के चाचा-चाची) लापता हैं। दोनों लापता की खोजबीन जारी है। घटना में जुम्मा गांव के चार लोग घायल हुए हैं।