उत्तर प्रदेश: रायबरेली में विकास कार्यो हेतु, भाजपा नेता, दिनेश प्रताप सिंह ने कमान संभल राखी है. प्रयागराज-लखनऊ हाईवे रायबरेली तक अभी दो लेन ही है। इसकी दूरी 106 किमी है। भविष्य की जरूरत के मद्देनजर इसे फोर लेन किया जाना है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने आलापुर, जगतपुर, बाबूगंज और ऊंचाहार में फोर लेन बाइपास का खाका खींचा था। शासन से इसे पहले ही मंजूरी दे दी गई है। दिनेश सिंह ने हालही में की गयी एक प्रेस कांफ्रेंस में 600 करोड़ रू0 लागत रिंग रोड २ से अवगद कराया | सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से बीजेपी नेता ने रिंग रोड फेज-2 के एक्सटेंशन की गुजारिश की थी | मा0 मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, नितिन गडकरी ने इसका जवाब देते हुए बताया “आपका पत्र प्राप्त हुआ, जोकि लालगंज से ऊँचाहार तक के मार्ग को फोरलेन स्वीकृत कराने के संबंध में है। उपर्युक्त पत्र को संबंधित अधिकारी को प्रेषित कर दिया गया है।” ऐसा कार्य भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ही कर सकती है कि अपने हारे हुए सांसद प्रत्याशी की अनुशंसा पर 600 करोड़ रू० की परियोजना दी जाय क्योंकि भाजपा ही वह राजनीतिक दल है जिसमें चाय बेचने वाला कार्यकर्ता प्रधानमंत्री हो सकता है और बूथ अध्यक्ष देश का गृह मंत्री हो सकता है। दिनेश प्रताप सिंह, सदस्य-विधान परिषद, रायबरेली आभार प्रकट करते हुए बताया “मैं अपनी ओर से रायबरेली के जन-जन की ओर से भारतीय जनता पार्टी रायबरेली की ओर से आपका हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ और विश्वास दिलाता हूँ. कि रायबरेली अब कांग्रेस का पर्यटक स्थल नही बल्कि मोदी और भाजपा का गढ़ हो चुका है।” जिला पंचायत चुनाव के बाद आगामी २०२२ चुनाव के लिए BJP स्पष्ट रूप से मजबूती बनाये रखे हुए ही| परिणाम जो भी हो, जनता के विकास के लिए कोई सोच तो रहा है |