नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन ने निजीकरण की तैयारी का विरोध किया है। बुधवार को रेलवे कर्मचारियों ने प्रचंड चेतावनी दिवस मनाया। उन्होंने रेलवे स्टेशन पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध-प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि यदि रेलवे का निजीकरण नहीं रोका गया तो कर्मचारी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
बुधवार को यूनियन की देहरादून शाखा से जुड़े कर्मचारी रेलवे स्टेशन पर एकत्रित हुए। यहां केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस दौरान शाखा सचिव उग्रसेन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे के निजीकरण की तैयारी में जुटी है। सरकार छह लाख करोड़ के मुद्रीकरण अभियान के तहत रेलवे की 1,52,498 करोड़ की मूल्यवान परिसंपत्तियों को बेचने की तैयारी में है। इसमें रेलवे के 400 स्टेशन, 15 रेलवे स्टेडियम और 90 पैसेंजर गाड़ियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि निजीकरण न तो रेलवे कर्मचारियों और न ही रेलयात्रियों के हित में है। यूनियन किसी भी सूरत में निजीकरण बर्दाश्त नहीं करेगी। इस मौके पर अध्यक्ष रमेश कुमार, ओपी मीणा, तेजी सरदार, ओमवीर, आरएस राठी, नरेश चंद, धनीराम आदि मौजूद रहे।