उत्तर प्रदेश को 24 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप सुरक्षित, समृद्ध, समुन्नत और आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प को सिद्धि में परिवर्तित करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए आज साढ़े चार वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी में हमारे समक्ष जो चुनौतियां आईं, उनसे न केवल सफलतापूर्वक निपटा गया बल्कि ‘लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय और पथ अंत्योदय’ के लक्ष्य को साधते हुए आपदा को अवसर में भी बदला गया।
हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’ मंत्र के साथ आगे बढ़े और आज मुझे व्यक्तिगत रूप से यह संतुष्टि है कि हम अपनी नीतियों को इसके अनुरूप क्रियान्वित करने में सफल रहे। सरकार की प्रतिबद्धता का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ से ‘ईज ऑफ लाइफ’ की दिशा में बढ़ रहा है। सुनियोजित रणनीति के कारण एक तरफ कोरोना संक्रमण की चेन टूटती रही और दूसरी तरफ आर्थिक विकास एवं रोजगार की कड़ियां भी जुड़ती रहीं। कोरोना से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश की रणनीति की डब्ल्यूएचओ और नीति आयोग से लेकर वैश्विक मीडिया जगत तक में मुक्त कंठ से प्रशंसा हुई।