विकासनगर निवासी एक युवक ने धर्मावाला पुलिस चौकी प्रभारी और सिपाही पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने और एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने पुलिस महानिदेशक को एक लाख की रिश्वत को लेकर ऑडियो भी सुनाया है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने चौकी प्रभारी और कांस्टेबल को तत्काल निलंबित कर दिया है। डीजीपी ने मामले की जांच राजपत्रित अधिकारी से करने के एसएसपी देहरादून को निर्देश जारी किये हैं।शिकायतकर्ता राकेश सिंह निवासी विकासनगर ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के सामने पेश होकर शिकायत पत्र दिया। राकेश सिंह ने पुलिस महानिदेशक को बताया कि धर्मावाला चौकी इंचार्ज दीपक मैठाणी और कांस्टेबल त्रेपन ने उनके खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज किया। आरोप लगाया कि उनके बड़े भाई से मारपीट कर फोन करके एक लाख रुपये देने की मांग की है। शिकायतकर्ता राकेश सिंह ने इस आशय का ऑडियो क्लिप भी डीजीपी के समक्ष पेश किया। इस मामले मे ऑडियो सुनने के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ऑडियो में जो कुछ कहा गया है वह चौकी प्रभारी और कांस्टेबल का आचरण संदेह के घेरे में पाया गया है। जो पुलिस की गरिमा के अनुरूप नहीं है। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने तत्काल चौकी प्रभारी धर्मावाला दीपक मैठाणी और कांस्टेबल को निलंबित करने के आदेश जारी किए। उन्होंने राजपत्रित अधिकारी से जांच करवाने के निर्देश जारी किये हैं।