मौनी अमावस्या पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। हरकी पैड़ी समेत अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित किया। गंगा स्नान के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं ने जरूरतमंदों को दान दिया। इसके साथ ही मंदिरों में जाकर आशीर्वाद लिया।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माघ की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन मौन रहकर गंगा में स्नान और उसके बाद दान करने का बड़ा महत्व माना जाता है। इसके अलावा इस दिन किया दान सौ गुना फलदायी होता है।
धर्मनगरी में मौनी अमावस्या के अवसर पर हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर स्नान के लिए सूर्योदय से पहले ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पावन गंगा में डुबकी लगाई।