उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हो गया है। इस बार चुनाव आयोग ने मतदान की अवधि एक घंटा बढ़ा दी है। मतदान शाम के छह बजे तक चलेगा। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत राज्य कई बड़े दिग्गज परिवार के साथ पना वोट डालने पहुंचे।
आज प्रदेश के करीब 82 लाख मतदाताओं के वोट न सिर्फ 632 प्रत्याशियों की किस्मत तय कर रहे हैं, बल्कि राज्य का भविष्य भी लिख रहे हैं। 2022 का विधानसभा चुनाव बदलाव के लिहाज से कुछ मायनों में अहम माना जा रहा है। ये चुनाव खांटी सियासी दिग्गज हरीश रावत, गोविंद सिंह कुंजवाल, बंशीधर भगत, सतपाल महाराज सरीखे उम्रदराज नेताओं के सियासी भविष्य के लिए निर्णायक दांव हो सकता है।सिर्फ उनके लिए नहीं, मैदान में उतरे सभी प्रत्याशियों के लिए यह चुनाव जातीय, क्षेत्रीय और विकास से जुड़े समीकरणों के लिहाज से आखिरी माना जा रहा है। नए परिसीमन के बाद 2027 में होने वाले चुनाव में 70 विधानसभा सीटों पर कहीं कम तो कहीं ज्यादा भौगोलिक समीकरण प्रभावित होंगे।ये बदलाव सियासी दलों और नेताओं की नई सियासी व चुनावी रणनीति तय करेगा।