प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर मुख्यमंत्री को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के सुर बदल गए हैं। अब उनका कहना है कि हाईकमान ही तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा। मतदान खत्म होने के बाद हरीश रावत ने कहा था कि पार्टी की सरकार बनने पर वह या तो मुख्यमंत्री बनेंगे या घर बैठ जाएंगे।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के अगले दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा था कि पार्टी के सत्ता में आने पर या तो वह मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर घर बैठ जाएंगे। उनके इस बयान को एक तरह से आला कमान को साफ संकेत बताया जा रहा था कि जीतने की स्थिति में हरीश रावत बतौर मुख्यमंत्री अपनी प्रबल दावेदारी पेश करेंगे, लेकिन शुक्रवार को उनके सुर बदल गए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी बात कही है। मुख्यमंत्री बनने या फिर घर बैठने की बात जिस संदर्भ में कही गई है, वह ठीक है।
उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद भाजपा विधायक एवं प्रत्याशी जिस तरह से अपनी ही पार्टी के लोगों पर चुनाव हराने का आरोप लगा रहे हैं, वह भाजपा का 2016 का पाप है। उसे उसके पाप का फल मिल रहा है। भाजपा के कई विधायक अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर ही गंभीर आरोप लगा रहे हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि स्ट्रांग रूम पर नजर बनाए रखें।