देहरादून। निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने गुरूवार को धारचूला विधायक हरीश धामी को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष-नेता प्रतिपक्ष व सीएम आदि पदों पर नियुक्ति का अधिकार हाईकमान का है। प्रीतम सिंह ने कहा कि अगर हाईकमान धारचूला विधायक हरीश धामी को नेता प्रतिपक्ष बनाने का निर्णय करता है तो मैं पार्टी के सिपाही की तरह उनके पीछे खड़ा हो जाउंगा। मेरे या किसी के कहने से कोई नियुक्ति नहीं होने वाली। गुरूवार को यमुना कालोनी स्थित आवास में मीडिया से बातचीत में प्रीतम ने कहा कि पद और नियुक्ति पर किसी भी प्रकार का विवाद नहीं होना चाहिए। यह अधिकार क्षेत्र हाईकमान है। प्रीतम ने पार्टी नेताओं को चुनावी हार पर आरोप-प्रत्यारोप मीडिया-सोशल मीडिया पर न करने की अपील भी की। कहा कि, माना कि अप्रतयाशित हार से सभी में हताशा और गुस्सा है। लेकिन अपने मन की बात को पार्टी मंच पर रखना ही उचित होगा। उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार को धामी ने प्रीतम पर हमला बोलते हुए खुद को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग उठाई थी। धामी का कहना था कि एक ही व्यक्ति के मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष का पद दिया जाना कहां का इंसाफ है? बाकी विधायक क्या केवल वोट डालने भर के लिए हैं? हरीश धामी के इस बयान पर निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने अब उन्हें जवाब दिया है। इससे कांग्रेस की रार और बढ़ सकती है। प्रीतम ने कहा कि चुनाव में महंगाई, बेरेाजगारी, भ्रष्टाचार, कोरोना काल में सरकार की नाकामी आदि मुद्दों को जनता ने दरकिनार कर दिया। जनता ने जो जनादेश दिया है, वो कांग्रेस को स्वीकार है। कांग्रेस सशत्तफ़ विपक्ष के रूप में जनता की आवाज बनकर काम करेगी। उन्होंने कहा कि जनहित के मुद्दों को सड़क से सदन तक उठाया जाएगा।