दिव्य धाम आश्रम में मासिक आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन
देहरादून। गुरु-शिष्य संबंध को ओर अधिक पोषित करने, प्रेरित करने एवं दृढ़ करने हेतु, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली में मासिक आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस भक्तिपूर्ण कार्यक्रम में दिल्ली एनसीआर से हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। संत-समाज व विद्वत प्रचारकों द्वारा मधुर भजनों और प्रेरणादायक प्रवचनों ने भक्तों को गुरु भक्ति व अध्यात्म मार्ग पर दृढ़ता से बढ़ने हेतु प्रेरित किया। उपस्थिति साधकों के हृदय श्रद्धेय सतगुरु सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के प्रति श्रद्धा एवं समर्पण से सराबोर हुए।
गुरुदेव के शिष्यों ने अपने प्रवाचनों में बताया कि मार्ग की खोज करना एक बात है परन्तु वास्तव में अंत तक उस मार्ग पर चलते रहना, एक साधक का लक्ष्य होना चाहिए। पूर्ण गुरु द्वारा सत्य और आध्यात्मिकता के मार्ग को प्राप्त करने के उपरांत साधक को निरंतर गतिमान रहने हेतु सत्संग व प्रेरणादायक विचारों की आवश्यकता होती है। अधिकतर इस मार्ग पर बढ़ते हुए शिष्य जीवन के संघर्ष, माया का प्रभाव और तुच्छ इच्छाओं के अधीन हो अनेक बार उच्चतम लक्ष्य को विस्मृत करने लगता है। सर्वज्ञ सतगुरु, शिष्य के हर कर्म व विचार के ज्ञाता होते हैं इसलिए सतगुरु विभिन्न तरीकों से शिष्य को अध्यात्म पथ पर अग्रसर करते हैं। अपनी सर्वोच्च ऊर्जा से शिष्य की निम्न ऊर्जा को ऊर्ध्वगामी बनाते हैं। सतगुरु अपने प्रत्येक शिष्य के कल्याणार्थ कार्यरत रहते हैं, परन्तु सतगुरु की कृपा प्राप्त करने हेतु गुरु आज्ञा का पालन करना अति आवश्यक है। साधक को सदैव अपने मन, शरीर और आत्मा को गुरु आज्ञाओं के प्रति समर्पण करना चाहिए। भक्ति मार्ग पर बढ़ रहे निस्वार्थ साधकों के भावों ने यह प्रमाणित किया कि कोई भी जागृत आत्मा साधारण नहीं है अपितु अपार चेतन ऊर्जा का भंडार है।