- स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ बीज बम अभियान सप्ताह
- सप्ताह भर राज्य के सभी स्कूल, कालेजों, विधालयो, पंचायतों में बीज बम बना कर जंगलों में डाले जाएंगे
- आंगनबाड़ी केंद्र में भी बनेंगे बीज बम, अपर सचिव प्रशांत आर्य ने जारी किया पत्र
- उत्तरकाशी के भटवाड़ी विकासखंड में ग्राम पंचायतों में एक सप्ताह पूर्व से चल रही तैयारियां
देहरादून। मानव और वन्य जीवों के बीच बढ़ रहे संघर्ष को कम करने एवं खेल-खेल में पर्यावरण संरक्षण के लिए 9 जुलाई से 15 जुलाई तक राज्य भर में मनाए जाने वाले बीज बम अभियान सप्ताह का शुभारंभ किया गया है। इस वर्ष बीज बम अभियान सप्ताह का शुभारंभ फूलचंद नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज देहरादून की छात्राओं ने किया। देहरादून में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन एचएनबी केंद्रीय विश्वविद्यालय के समाज शास्त्र एवं समाज कार्य विभाग, मानव विज्ञान विभाग, पर्वतीय विकास शोध केंद्र, फूलचंद नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज, सेव हिमालय मूवमेंट एवं जाड़ी संस्थान ने सयुक्त रूप से किया। अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि हरियाली बढ़ाने, मानव एवं वन्य जीवों के बीच बढ़े संघर्ष को काम करने के लिए 9 जुलाई से 15 जुलाई तक वर्ष 2019 से बीज बम अभियान सप्ताह मनाया जा रहा है। बच्चो को खेल खेल में पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है।
साथ ही सरकार से इस अभियान को अपने कार्यक्रम में शामिल करने की बात की गई। वन्य जीवों के लिए जंगलों में भोजन की व्यवस्था करने का एक मात्र उपाय है बीज बम। बच्चांे को सम्बोधित करते हुए समाज शास्त्र एवं समाज कार्य विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर किरन डंगवाल ने कहा कि जंगलों में खाद्य श्रृंखला के छिन्न भिन्न होने के कारण कृषि एवं आर्थिकी निरंतर प्रभावित हो रही है, बड़े स्तर पर यदि वन क्षेत्र में बीज बम डाले जाते है तो यह समस्या का समाधान है। साथ ही उन्होंने कहा की विश्व विद्यालय के एमएस डब्ल्यू के छात्र बीज बम अभियान पर शोध करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान डॉ अरविंद दरमोडा, प्रोफेसर यतीश वशिष्ठ,समीर रतूड़ी, कमलेश गुरुरानी, मधु दरमोड़ा,स्कूल की प्रधानाचार्य मोना बाली ने बच्चों को बीज बम की उपयोगिता के बारे जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन पर्वतीय विकास शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डा. अरविंद दरमोडा ने किया।
इस अवसर पर मोना बाली, शांति बिष्ट, सीमा सिंह, सुषमा कोहली, सुजाता शर्मा, गीता कुमार ,पूनम डबराल, विजय लक्षमी तथा छात्राये अंशिका, कनिका स्नेहा, रुखसार, नंदनी, गगन दीप, धुर्व सिंह, गर्व सिंह, कृष, निखिल, शोध छात्र अंकित उछेली आदि मौजूद रहे।