संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका के उस प्रस्ताव पर मतदान होगा जिसमें सीरिया के छह साल के युद्ध में रासायनिक हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय जांच की अवधि में एक साल के विस्तार का प्रस्ताव है। अमेरिका और सीरिया के सहयोगी देश रूस ने सीरिया के जहरीली गैस हमलों की जांच कर रहे ज्वाइंट इन्वेस्टिगेटिव मैकेनिज्म (जेआईएम) की जांच को आगे बढ़ाने पर परस्पर विरोधी प्रस्ताव रखे हैं। करीब दो सप्ताह तक चली बातचीत के बाद दोनों पक्ष मतभेदों को दूर करने में विफल रहे और अमेरिका ने अपने प्रस्ताव पर मतदान कराने की अपील की।
राजनयिकों ने बताया कि रूस भी अपने प्रस्ताव पर मतदान का अनुरोध कर सकता है। अमेरिकी मिशन ने एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिका उम्मीद करता है कि सुरक्षा परिषद नागरिकों के खिलाफ रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल और इस अहम समूह के काम की अवधि को बढ़ाने के लिए एकजुट होगा। ऐसा नहीं करने से ऐसे अत्याचारों को सहमति मिलेगी।’’ अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि रूस, अमेरिका के प्रस्ताव पर वीटो करेगा या नहीं। यह 10वीं बार होगा जब रूस अपने सहयोगी देश सीरिया को निशाना बनाने वाली कार्रवाई को रोकने के लिए परिषद में वीटो के अधिकार का इस्तेमाल करेगा।
जेआईएम ने अपनी ताजा रिपोर्ट में विद्रोहियों के कब्जे वाले खान शेखुन गांव पर सरीन गैस हमले के लिए सीरियाई वायु सेना को जिम्मेदार ठहराया। जिसके बाद रूस ने जेआईएम की तीखी आलोचना की। अमेरिका और उसके सहयोगी देश इस हमले के लिए राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं लेकिन सीरिया रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने को खारिज करता है और रूस भी उसका कड़ा समर्थन करता है।